मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी के घाटों को नया रूप देने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने जबलपुर के छह प्रमुख घाटों के कायाकल्प की बड़ी योजना तैयार की है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत इन घाटों को आपस में जोड़कर एक भव्य और आकर्षक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने रविवार को इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही इस प्रोजेक्ट का भूमिपूजन करेंगे।
अयोध्या की सरयू घाटों जैसी होगी नर्मदा घाटों की झलक
सरकार का उद्देश्य नर्मदा के घाटों को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से आकर्षक बनाना है। मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि जबलपुर के खारीघाट, दरोगाघाट, ग्वारीघाट, उमाघाट, सिद्धघाट और जिलहरीघाट को एक श्रृंखला में जोड़कर अयोध्या की सरयू नदी के घाटों की तरह विकसित किया जाएगा। प्रोजेक्ट का पहला चरण इन्हीं छह घाटों से शुरू होगा। इन्हें एक समान डिज़ाइन, सौंदर्य और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा ताकि नर्मदा भक्तों और पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव मिल सके।
घाटों पर बनेगा नया जलकुंड, सीढ़ियां, चेंजिंग रूम और मुंडन स्थल
राकेश सिंह ने बताया कि नर्मदा भक्तों और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए घाटों पर कई नई सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। खारीघाट पर विसर्जन के लिए अलग से जलकुंड बनाया जाएगा। घाट पर नीचे उतरने के लिए चौड़ी और व्यवस्थित सीढ़ियां, महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, पुरोहितों के लिए बैठने की व्यवस्था और मुंडन के लिए विशेष स्थल तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा, भक्तों को नर्मदा में नौका विहार की सुविधा देने के लिए छोटा नाव घाट भी बनाया जाएगा।
ग्वारीघाट बनेगा धार्मिक पर्यटन का केंद्र
मंत्री राकेश सिंह ने ग्वारीघाट का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह स्थान नर्मदा नदी के सबसे पवित्र तटों में से एक है, जहाँ श्रद्धालु स्नान, पूजा और ध्यान करते हैं। मां नर्मदा की गोद में बसे इस घाट पर हर दिन हजारों भक्त शांति और अध्यात्म का अनुभव करते हैं। इसीलिए, ग्वारीघाट को और अधिक सुंदर, सुसज्जित और सुविधाजनक बनाया जाएगा ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के धार्मिक अनुष्ठान कर सकें।
भीड़भाड़ और मार्ग समस्या का होगा समाधान
जबलपुर के नर्मदा घाटों का इलाका वर्तमान में अत्यधिक भीड़भाड़ वाला है, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में काफी कठिनाई होती है। रास्ते संकरे होने के कारण त्योहारों और विशेष अवसरों पर स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो जाती है। इस नई योजना के तहत सड़कें चौड़ी की जाएंगी और मार्गों को व्यवस्थित किया जाएगा। इससे न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ेगी बल्कि स्थानीय व्यापार और पर्यटन को भी नया प्रोत्साहन मिलेगा।
सीएम मोहन यादव करेंगे भूमिपूजन
पूरे प्रोजेक्ट का भूमिपूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया जाएगा। राज्य सरकार चाहती है कि जबलपुर के नर्मदा घाट धार्मिक आस्था, संस्कृति और पर्यटन के केंद्र के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएं। मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि यह योजना नर्मदा भक्तों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगी और जबलपुर के धार्मिक पर्यटन को एक नई ऊँचाई पर ले जाएगी।










