फिर बिगड़े ममता के बोल, BJP नेताओं को बताया डकैत, कहा- ऐसा प्रतिघात करूंगी कि करोड़ों गुंडे…’

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By Akanksha JainPublished On: December 15, 2020
mamata banarjee

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी के बीच एक बार फिर से बीते दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले के बाद से ज़ुबानी जंग जारी है. भाजपा और ममता बनर्जी एक-दूसरे पर लगातार हमलावर है. मंगलवार को एक बार फिर ममता बनर्जी भाजपा पर भड़कती हुईं नज़र आईं और उन्होंने भाजपा की तुलना चंबल के डकैतों से कर दी.


बुधवार को ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में एक कार्यक्रम को संबोधित किया और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, ‘उत्तर बंगाल से हमें एक भी सीट नहीं मिली. हमारा क्या अपराध था. आपने बीजेपी को सारी सीटें क्यों दे दी. RSS से कुछ लोग आए और बोले तुम्हारी बेटी की शादी है हम देखेंगे. क्या देखते हो. मैं ऐसे बहुत अच्छी हूं लेकिन अगर मुझ पर आघात हुआ तो मैं ऐसा प्रतिघात करूंगी कि करोड़ों गुंडे लेकर भी रोक नहीं पाओगे.’

ममता बनर्जी ने कहा कि, बीजेपी (BJP) से बड़ा डकैत कोई नहीं है, ये चंबल के बड़े डकैत हैं. अपने सम्बोधन ने बंगाल की सीएम ने कहा कि, ‘बीजेपी, हैदराबाद से एक पार्टी उठाकर लाई है ताकि वोटों का ध्रुवीकरण हो जाए. ये लोग हमें राष्ट्रपति शासन लगा देने की डर दिखा रहे हैं. अरे लगा दो ना, अच्छा ही होगा मैं सड़क सड़क घूम आऊंगी और तुम्हारा सारा वोट ले लूंगी.’

ममता बनर्जी ने इस दौरान तृणमूल कांग्रेस छोड़ने वाले शुभेंदु अधिकारी पर भी बिना नाम लिए हमला बोला. उन्होंने कहा कि, यह TMC की शपथ है, ऐसे लोगों को माफ नहीं किया जाएगा जिन्होंने 10 साल तक पार्टी में रह कर सत्ता का आनंद लिया. बता दें कि प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, शुभेंदु अधिकारी शनिवार को भाजपा का दामन थाम सकते हैं. भाजपा पर हुए हमले के बात बीते दिनों राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, जबकि अब शुभेंदु अधिकारी की सुरक्षा में भी इज़ाफ़ा किया गया है.

ममता बनर्जी ने अपने संबोधन के दौरान सूबे के IAS-IPS अधिकारियों को लेकर उठे मुद्दे पर भी अपनी बात रखी और कहा कि, ‘पुलिस (Police) राज्य के अंतर्गत आती है लेकिन वे उन्हें बुला रहे हैं. जब भी कोई वीआईपी काफिला गुजरता है, तो उसका एक प्रोटोकॉल होता है. इतने बड़े वीआईपी मूवमेंट की क्या जरूरत है कि VIP काफिले में 50 गाड़ियों की क्या जरूरत थी. VIP लोगों के पीछे 50 गुंडे होने चाहिए.’