MP में मौसम बना मुसीबत, कहीं झुलसा देने वाली गर्मी तो कहीं बरस रहे ओले

मध्यप्रदेश में गर्मी और बारिश का दोहरा असर देखने को मिल रहा है—जहां कुछ जिलों में लू का अलर्ट जारी है, वहीं कई इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। गर्मी को देखते हुए भोपाल, रतलाम और शिवपुरी में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।

Abhishek Singh
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मध्यप्रदेश में मौसम ने अचानक रुख बदल लिया है। एक ओर जहां भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर रही है, वहीं कुछ क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने जबलपुर, ग्वालियर समेत 30 जिलों में लू को लेकर अलर्ट जारी किया है। बढ़ती गर्मी के कारण भोपाल, रतलाम और शिवपुरी में स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है। दूसरी ओर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में दोपहर बाद तेज बारिश और ओलों के साथ आंधी आई, जिससे कई पेड़ उखड़ गए। भोपाल में दोपहर 12 बजे तक बादल छाए रहे, फिर तेज धूप निकल आई। जिला शिक्षा अधिकारी एनके अहिरवार ने आदेश जारी किए हैं कि अब दोपहर 12 बजे के बाद कक्षा आठवीं तक के स्कूल नहीं लगेंगे। शिवपुरी में स्कूलों का संचालन सुबह 7:30 से 12:30 तक और रतलाम में सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक किया जाएगा।

मौसम का मिज़ाज बिगड़ा, विभाग ने दी चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भोपाल के मुताबिक, धार जिले में दिन के साथ-साथ रातें भी गर्म रहने वाली हैं। अशोकनगर, गुना, रतलाम, मंदसौर और नीमच जिलों के लिए हीटवेव को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, सागर, दमोह, जबलपुर, मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, उज्जैन और आगर-मालवा जिलों में लू के खतरे को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। 10 अप्रैल को रतलाम, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, धार, जबलपुर और मंडला में लू की स्थिति बने रहने की आशंका जताई गई है।

11 अप्रैल से बदलेगा मौसम का मिज़ाज

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान से लेकर पश्चिमी विदर्भ क्षेत्र तक एक टर्फ सक्रिय है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण का असर भी प्रदेश में देखने को मिल रहा है। इन मौसमीय गतिविधियों के चलते प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर बना हुआ है। हालांकि, 11 और 12 अप्रैल को मौसम के तेवर कुछ नरम पड़ सकते हैं। इन दो दिनों के दौरान कई जिलों में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम में बदलाव की संभावना वाले जिलों में इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर सहित कुल 30 जिले शामिल हैं। बुधवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम के दो अलग-अलग रूप देखने को मिले—कुछ स्थानों पर तेज धूप और लू चली, तो कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई। छिंदवाड़ा, बैतूल, डिंडौरी और पांढुर्णा में बारिश के साथ बिजली चमकी। तापमान की बात करें तो गुना में 42.3 डिग्री, रतलाम में 44.2, नर्मदापुरम में 43.2, धार में 42.7, सागर में 42.0, भोपाल में 41.0, इंदौर में 41.4, ग्वालियर में 41.6 और जबलपुर में 40.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके साथ ही रात के तापमान में भी इज़ाफा दर्ज किया गया है।

बारिश-ओलों की बौछार से तबाही का मंजर

मध्यप्रदेश में एक ओर जहां गर्मी अपने चरम पर है, वहीं बुधवार को कई इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि ने मौसम का रुख बदल दिया। छिंदवाड़ा में दोपहर के समय तेज बारिश के साथ ओलों की बौछार हुई, जबकि कुछ स्थानों पर हल्की फुहारें और कुछ क्षेत्रों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। सिंगोड़ी गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक पेड़ सड़क पर आ गिरा, जिससे आवाजाही प्रभावित हुई। पांढुर्णा और सिवनी के लिए ओलावृष्टि और तेज आंधी का पूर्वानुमान जारी किया गया है। वहीं बालाघाट और डिंडौरी जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा और 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा मंडला, छिंदवाड़ा, अमरकंटक (अनूपपुर), नरसिंहपुर, बैतूल, जबलपुर, ग्वालियर, नीमच, गुना, मंदसौर और सागर जिलों में शाम के समय बिजली गिरने और बारिश की आशंका बनी हुई है।