MP Weather : प्रदेश में मानसून एक बार फिर से धीमा पड़ गया है। सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से 7 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश जारी है। हालांकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना जताई गई है।
मंगलवार को ग्वालियर चंबल संभाग में भारी बारिश जारी किया गया है। वही ग्वालियर दतिया भिंड और मुरैना जिलों में इसका असर देखने को मिलेगा जबकि भोपाल इंदौर जबलपुर में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
बता दे कि मानसून रेखा अभी अमृतसर, देहरादून, बाल्मीकि नगर, छपरा, जलपाईगुड़ी होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है जबकि प्रदेश में एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर प्रदेश से उत्तर पूर्व बिहार तक फैला हुआ है। दूसरा हवा का चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण राजस्थान के मध्य भाग के ऊपर समुद्र तल से साढे तीन किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है।
मध्य प्रदेश में औसतन 50% अधिक बारिश रिकार्ड
अब तक के बारिश के आंकड़े की बात करें जो मध्य प्रदेश में औसतन 50% अधिक बारिश रिकार्ड की गई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से 52% अधिक बारिश हुई है। पश्चिम मध्य प्रदेश में सामान्य से 46% अधिक बारिश रिकार्ड की गई है।
इस मानसून सीजन में 28.6 इंच बारिश हो चुकी है जो की सामान्य से 47% अधिक है। जिन जिलों में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। उनमें ग्वालियर, राजगढ़, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़ निवाड़ी मुरैना जिलों में सामान्य से 50% अधिक बार रेशों देखने को मिली है। वहीं जिन जिलों में सबसे कम बारिश हुई है। उनमें इंदौर उज्जैन के अलावा भोपाल बुरहानपुर जबलपुर और आगर मालवा शामिल है।