मध्यप्रदेश ने अपने 70वें स्थापना दिवस को “अभ्युदय मध्यप्रदेश” थीम के साथ ऐतिहासिक रूप में मनाया। राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बीते दो वर्षों में प्रदेश ने कई ऐसे कार्य पूरे किए हैं, जिन्हें कभी असंभव समझा जाता था। 24 प्रतिशत औद्योगिक विकास दर के साथ मध्यप्रदेश अब नई ऊर्जा, नई दिशा और नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है। समारोह के पहले दिन दो हजार ड्रोन के शानदार शो, “विश्ववंद – श्रीकृष्ण की सांगीतिक यात्रा” और गायक जुबिन नौटियाल की सुरमयी प्रस्तुति ने दर्शकों को मोहित कर दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश ने विकास के साथ-साथ संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने बताया कि उज्जैन में अब तक 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे हैं, जबकि चित्रकूट में 28 करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्यों की शुरुआत की जाएगी।
राज्य बजट दोगुना करने का लक्ष्य तय
उन्होंने बताया कि आगामी पांच वर्षों में राज्य के बजट को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि केन-बेतवा, पार्वती-काली-सिंध-चंबल और ताप्ती मेगा परियोजना जैसी तीन नई अंतर्राज्यीय योजनाएँ प्रदेश के सिंचाई तंत्र और औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेंगी।
संगीत और श्रद्धा का अद्भुत संगम
“विश्ववंद – श्रीकृष्ण की सांगीतिक यात्रा” और जुबिन नौटियाल के melodious सुरों ने हजारों दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समवेत संगीत और नृत्य की भव्य प्रस्तुति में 500 से अधिक कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन किया।
ज्ञान, सृजन और निवेश की नई पहल
इस अवसर पर ज्ञान प्रतियोगिता पोर्टल, विभिन्न पुस्तकों और निवेश पर आधारित फिल्मों का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में “विकसित मध्यप्रदेश-2047” का विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह आयोजन प्रदेश की विरासत से लेकर विकास की दिशा में बढ़ते कदमों का प्रतीक है।










