राजा रघुवंशी मर्डर केस: सोनम और राज की तकरार में गूंजा…तू झूठी, तू झूठा! शादी के 11 दिन पहले रची गई थी हत्या की साजिश

पुलिस का कहना है कि दोनों ने ही हत्या में अपनी भूमिका को स्वीकार किया लेकिन असली मास्टरमाइंड को लेकर बयान आपस में टकरा रहे हैं। अधिकारियों ने साफ किया है कि वह फिलहाल सबूत के आधार पर केस को आगे बढ़ा रहे हैं, ना कि आरोपियों के आरोप के आधार पर।

Kalash Tiwary
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Raja Raghuvanshi Murder Case :इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस ने दो अहम आरोपी सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। इस हाई प्रोफाइल केस में हर दिन एक नया मोड़ आ रहा है लेकिन इस बार मामला और पेचीदा हो गया है।

पुलिस पूछताछ में दोनों ही एक दूसरे को मास्टरमाइंड बता रहे हैं। तू झूठी तू झूठा..जैसे आरोपी का अजब गजब खेल अब सोशल मीडिया पर भी सुर्खियों में है और सोनम और राज एक दूसरे पर ही आरोप लगा रहे हैं और उन्हें ही मुख्य मास्टरमाइंड बता रहे हैं।

राज ने ही इस पूरी साजिश को अंजाम दिया- सोनम रघुवंशी

सोनम रघुवंशी का दावा है कि राज ने ही इस पूरी साजिश को अंजाम दिया है। हत्या की योजना राज कुशवाहा की तरफ से बनाई गई थी। इतना ही नहीं सोनम रघुवंशी का कहना है की सुपारी किलर्स को हायर करने का फैसला भी राज का था। सोनम ने इस बात को भी कबूल किया है कि उसने केवल राज के कहने पर ही इस हत्या के वारदात में सहयोग किया है, वह घटनास्थल परमौजूद थी लेकिन हत्या में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं थी। इतना ही नहीं सोनम रघुवंशी ने दावा किया है कि राज ने ही किलर्स को पैसे मोबाइल और हथियार भी उपलब्ध कराए थे।

राज कुशवाहा की कहानी कुछ अलग ही दृश्य कर रही बयां

इधर राज कुशवाहा की कहानी कुछ अलग ही दृश्य बयां कर रही है। राज कुशवाहा का कहना है कि सोनम ने ही साजिश में उसे फसाया है। उसके अनुसार साजिश की पूरी स्क्रिप्ट सोनम ने तैयार की थी। माना जा रहा है कि शादी के 11 दिन पहले ही राजा रघुवंशी की हत्या का स्क्रिप्ट तैयार कर लिया गया था। सोनम ने ही किलर्स की ट्रेन टिकट बुक कराई और मोबाइल फोन भी उन्हें दिए थे। राज का दावा है कि घटना के समय वह शिलांग में मौजूद ही नहीं था। उसने खुद को पूरी तरह रिमोट कंट्रोल की तरह इस्तेमाल किया गया मोहरा बताया है।

राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश शादी के 11 दिन पहले ही रची गई ?

मेघालय पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश शादी के 11 दिन पहले ही रच दी गई थी। पुलिस को दोनों के बीच हुए कॉल डिटेल और ट्रांजैक्शन से इस प्लानिंग के सबूत मिले हैं। वही तकनीकी जांच की पुष्टि में सोनम की लोकेशन हत्या वाले दिन घटना स्थल पर पाई गई है। राज भले मौके पर मौजूद नहीं रहा लेकिन वह फोन कॉल और दिशा निर्देश के जरिए राजा रघुवंशी की हत्या में शामिल था।

पुलिस का कहना है कि दोनों ने ही हत्या में अपनी भूमिका को स्वीकार किया लेकिन असली मास्टरमाइंड को लेकर बयान आपस में टकरा रहे हैं। अधिकारियों ने साफ किया है कि वह फिलहाल सबूत के आधार पर केस को आगे बढ़ा रहे हैं, ना कि आरोपियों के आरोप के आधार पर।

सूत्रों के मुताबिक दो अहम गवाह की गवाही से यह तय हो सकता है कि हत्या का मुख्य साजिशकर्ता कौन है? एक गवाह हत्या के पहले की बैठक में मौजूद था। दूसरा गवाह सोनम द्वारा सुपारी किलर से बातचीत का चश्मदीद था। इन गवाहों की पहचान फिलहाल गोपनीय रखी गई है लेकिन पुलिस को उम्मीद है कि उनके बयान से पूरे केस की गुत्थी सुलझ सकती है।

ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सोनम मास्टरमाइंड है या राज या फिर दोनों मिलकर एक ऐसी साजिश के साझेदार थे, जिनमें कोई भी पीछे नहीं हट सकता। सच्चाई क्या है, इसका खुलासा जांच एजेंसियों के सामने होगा लेकिन इतना तय है कि यह मर्डर केस अब महज क्राईम स्टोरी नहीं बल्कि एक साइकोलॉजिकल क्राईम का रूप ले चुका है।