इंदौर : इंदौर (Indore) के पहले पुलिस कमिश्नर बने हरिनारायण चारी मिश्र (Harinarayan Chari Mishra) की गिनती देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों में की जाती है। अभी हाल ही में उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक (President’s Police Medal) से नवाजा गया है। बताया जा रहा है कि इंदौर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।
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आपको बता दे, पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र पहले आइपीएस हैं जिन्होंने इंदौर से बतौर टीआइ बन कर शुरुआत की। इतना ही नहीं उन्हें 16 साल बाद इंदौर में ही पुलिस कमिश्नर का पद दिया गया। खास बात ये है कि वह एक ऐसे इकलोते अफसर है जिन्होंने इंदौर शहर में ही एसडीओपी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डीआइजी और आइजी का पद ग्रहण किया।
वह साल 2003 में आइपीएस हरिनारायणाचारी मिश्र साल 2005 में हातोद थाना प्रभारी बनकर इंदौर आए थे। बता दे, वह 2003 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के सीनियर आइपीएस अधिकारी हैं। कोरोना के चलते उन्होंने बखूबी भूमिका निभाई है।
एक नजर इस पर भी –
– उनका जन्म – 3 दिसंबर 1975
– जन्म स्थान – सिवान बिहार
– शिक्षा – एमए
– बैच – 2003 आइपीएस
– साल 2007 में पहली बार एसपी बने
– साल 2010 में खंडवा एसपी बने
– साल 2011 में जबलपुर एसपी बने
– साल 2015 में ग्वालियर एसपी बने
– साल 2016 में इंदौर प्रभारी डीआइजी बनाया गया।
– ग्वालियर में अपहरण,फिरौती,हथियार माफियाओं को पकड़ा।
– लूट,ड्रग सप्लाय,गैंगवार के आपोरितों के मकानों पर हथौड़े चलवाए।
– संजीवनी हेल्प लाइन की शुरुआत कर आत्महत्या के लिए उतारू सैंकडों लोगों की जान बचाने का श्रेय भी चारी को ही जाता है।
– साइबर हेल्प लाइन के माध्यम से करोड़ों रुपये की राशि पीड़ितों को दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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