इंदौर : इंदौर जिले के प्रभारी तथा जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आज से जिले में आर्थिक गतिविधियों को लॉकडाउन के पश्चात अनलॉक किया गया है। स्थिति सामान्य होने की ओर अग्रसर हो रही है। ऐसे वक्त में विशेष सावधानी और सतर्कता रखने की जरुरत है। कोरोना का संक्रमण पुन: नहीं फैले, इसके लिये समाज को आगे आकर कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाना होगा।
मॉस्क का सही तरीके से उपयोग करना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तथा सेनेटाईजर के उपयोग की भी बेहद जरुरत है। इस संबंध में नागरिकों को कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति जागरुक करने के लिये अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को गति देने और प्रभावी बनाने के लिये शहर के जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों, अधिवक्ताओं, चिकित्सकों, धर्मगुरुओं आदि जिनका समाज में विशेष प्रभाव है, उनके मदद की जरुरत है। जिस तरह इंदौर को सभी के सहयोग से स्वच्छता में नम्बर वन बनाया गया है, उसी तरह से कोविड अनुकूल व्यवहार के क्षेत्र में भी इंदौर को अव्वल बनाया जायेगा।
![कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति जन जागरण अव्वल बनेगा इंदौर 4](https://ghamasan.com/wp-content/uploads/2021/06/TULSI-2.jpg)
श्री सिलावट आज इस संबंध में सुझाव लेने के लिये प्रबुद्धजनों से रेसीडेंसी में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने सभी प्रबुद्धजनों से आगे आकर इस अभियान में सहयोग की अपील की और कहा कि अपने महत्वपूर्ण सुझाव देंवे,जिससे कि अभियान को और अधिक कारगर बनाया जा सके। इस अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री पुष्यमित्र भार्गव, श्री गौरव रणदीवे, पदम सम्मान प्राप्त श्रीमती जनक पलटा, श्री भालू मोंढे तथा श्री सुशील दोशी, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री मीर रंजन नेगी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती रेणु जैन, डॉ. विनोद भण्डारी, डॉ. सुमित शुक्ला आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि हम बड़ी मुश्किल से कोरोना के बड़े और गंभीर संकट से निपटे हैं। आज स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित और सुखद है। स्थिति को नियंत्रित करने में इंदौर के नागरिकों को भी अहम् योगदान रहा है। कोरोना के बाद अब बड़ी चुनौती है कि हम अपने साथ ही दूसरों को भी सुरक्षित रखें, भविष्य में संक्रमण फैले नहीं इसके लिये सावधान और सतर्क रहने की जरुरत है। कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाया जाये।
बैठक में श्री शंकर लालवानी ने कहा कि लॉकडाउन के पश्चात आर्थिक गतिविधियाँ खुल रही हैं, ऐसे वक्त में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना अत्यंत जरूरी है। प्रकरण कम हो रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना संक्रमण समाप्त हो गया है। असावधानी और लापरवाही बड़ा संकट बन सकती है। इसके लिये सावधानी और सतर्कता रखी जाये।
बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि समाज का प्रभावशाली तबका जनजागरुकता के लिये आगे आयेगा तो इसके अच्छा परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अभियान को व्यापक स्तर पर चलाया जायेगा।
उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे मॉस्क सही तरीके से पहनें। मॉस्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। सावधानी और सजगता रखें। बैठक में अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री पुष्यमित्र भार्गव, श्री गौरव रणदीवे, पदम सम्मान प्राप्त श्रीमती जनक पलटा, श्री भालू मोंढे तथा श्री सुशील दोशी, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री मीर रंजन नेगी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती रेणु जैन, डॉ. विनोद भण्डारी, डॉ. सुमित शुक्ला आदि ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि सुझावों पर अमल किया जायेगा।