Indore News: शिवाजी मार्केट से हटेंगी दुकानें, 5 हजार लोगों की रोजी-रोटी पर संकट

Indore News: नगर निगम सड़क किनारे बनी दुकानों को बहुमंजिला इमारत में स्थानांतरित कर रहा है, लेकिन व्यापारियों का कहना है कि इस कदम से ग्राहक नहीं आएंगे और सभी व्यवसाय प्रभावित हो जाएंगे।

इंदौर नगर निगम ने शिवाजी मार्केट के विस्थापन की प्रक्रिया पूरी कर ली है और व्यापारियों को नंदलाल पुरा सब्जी मार्केट के पास स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है, जिसे पहले ही प्रस्तावित किया गया था। व्यापारियों को 10 फरवरी तक शिफ्ट होने की अंतिम तिथि दी गई है, जिससे वे अत्यधिक असंतुष्ट हैं। उनका कहना है कि नगर निगम ने उन्हें लगातार असमंजस में डाल रखा है। पिछले 30 वर्षों में वे पहले राजवाड़ा से रेलवे स्टेशन, फिर शिवाजी मार्केट में शिफ्ट हुए, और अब चौथी बार नई जगह भेजे जा रहे हैं। नगर निगम ने रिवर साइड पर स्थित 126 दुकानों वाले इस बाजार को हटाने के लिए व्यापारियों के साथ दो से तीन बैठकें की हैं, जिनमें व्यापारियों ने नई जगह शिफ्ट होने के खिलाफ विरोध जताया है।

पांच हजार लोग होंगे बेरोजगार

शिवाजी मार्केट व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय केथुनिया का कहना है कि बाजार हटने से पांच हजार से अधिक लोगों का रोजगार प्रभावित होगा। उन्हें जिस स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है, वह तीन से चार मंजिला इमारत है। हमारी दुकानों में मुख्य रूप से कपड़े, बेल्ट, मछली दाना, खिलौने, बैग, रेडीमेड गारमेंट्स और पक्षियों के पिंजरे जैसी वस्तुएं बिकती हैं। अगर इन दुकानों को पहली, दूसरी या तीसरी मंजिल पर स्थानांतरित किया गया, तो ग्राहक कैसे आएंगे? इससे हमारा व्यवसाय बंद हो सकता है।

नदी दिखाने के लिए सरकार उठा रही यह कदम

संगठन के सचिव गयूर खान ने बताया कि हमारी दुकानों के पीछे से कान्ह नदी की गंदगी बहती है, लेकिन दुकानों के कारण यह दिखाई नहीं देती। नगर निगम के पास इस नदी के सुधार के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। ऐसा कहा जा रहा है कि नदी को प्रदर्शित करने के लिए हमें हटाया जा रहा है। अधिकारी किसी भी हाल में व्यापारियों को हटाने पर जोर दे रहे हैं, जबकि इस विस्थापन से कोई विकास परियोजना सफल नहीं होगी। इसके बजाय, व्यापारियों को केवल नुकसान उठाना पड़ेगा।