विकास की रफ्तार होगी और तेज, चार चरणों में तैयार हो रहा मास्टर प्लान, इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया का हुआ विस्‍तार

इंदौर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र का विस्तार बढ़ाकर 9989.69 वर्ग किमी कर दिया गया है, जिसमें अब पांच जिले और 1784 गांव शामिल हैं। धार और देवास जिलों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है, जबकि उज्जैन के 51 गांव बाहर किए गए हैं। इस क्षेत्र के विकास के लिए चार चरणों में मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिससे 55 लाख की आबादी को सुनियोजित सुविधाएं मिलेंगी।

Srashti Bisen
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मध्यप्रदेश के सबसे तेज़ी से बढ़ते शहरी क्षेत्र इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया का विस्तार अब 9989.69 वर्ग किलोमीटर तक कर दिया गया है। इस क्षेत्र में अब पांच जिले – इंदौर, धार, देवास, उज्जैन और शाजापुर शामिल हैं, और कुल 1784 गांव इसके अंतर्गत आते हैं। पहले यह क्षेत्र 1756 गांवों तक सीमित था।

इस बार के विस्तार में धार जिले को सबसे अधिक लाभ हुआ है। यहां 550.35 वर्ग किमी का क्षेत्र जोड़ा गया है, जिससे कुल क्षेत्रफल बढ़कर 1124.75 वर्ग किमी हो गया है। वहीं देवास जिले में 222.31 वर्ग किमी क्षेत्र जुड़ा है और इसका कुल क्षेत्रफल अब 2308.31 वर्ग किमी हो गया है। दूसरी ओर, उज्जैन जिले के 51 गांव मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र से बाहर कर दिए गए हैं। उज्जैन का कुल क्षेत्रफल अब घटकर 2622.03 वर्ग किमी रह गया है, जबकि पहले यह 2740.5 वर्ग किमी था।

चार चरणों में तैयार हो रहा मास्टर प्लान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में भोपाल में हुई बैठक में इंदौर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के विस्तार पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने क्षेत्र के शहरी और ग्रामीण निकायों को मजबूत बनाने, उनकी प्रशासनिक और आर्थिक क्षमता बढ़ाने तथा कुछ पंचायतों को नगर परिषदों में अपग्रेड करने के निर्देश दिए।

इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) को इस क्षेत्र के विकास की नोडल एजेंसी बनाया गया है, और एक कंसल्टेंट की नियुक्ति कर दी गई है। विकास कार्य को चार चरणों में विभाजित किया गया है:

  • इंसेप्शन (Inception) – पूरा हो चुका है।
  • सिचुएशन एनालिसिस – अब शुरू होगा; इसमें हर तहसील, गांव, औद्योगिक क्षेत्र, जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा।
  • रीजनल और इन्वेस्टमेंट प्लान – विकास की प्राथमिकताओं को चिह्नित किया जाएगा।
  • डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) – अंतिम और कार्यान्वयन योग्य योजना बनाई जाएगी।

6631 से 9989 वर्ग किमी तक का सफर

इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया की शुरुआत 6631 वर्ग किमी से हुई थी जिसमें 19 तहसील और 1150 गांव शामिल थे। समय के साथ यह क्षेत्र बढ़ता गया:

  • 7863 वर्ग किमी: बदनावर और बड़नगर तहसीलें जोड़ी गईं।
  • 9336.1 वर्ग किमी: शाजापुर का आंशिक क्षेत्र जोड़ा गया।
  • 9989.69 वर्ग किमी: हालिया विस्तार जिसमें 29 तहसीलें और 1784 गांव शामिल हैं।

आबादी 55 लाख के पार, विकास को मिलेगी नई दिशा

इंदौर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में अब करीब 55 लाख की आबादी निवास करेगी। क्षेत्र का संतुलित और सुनियोजित विकास सुनिश्चित करने के लिए उद्योग, सामाजिक संरचना, आवास, परिवहन और सार्वजनिक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

इंदौर मेट्रोपॉलिटन एरिया का यह विस्तार ना सिर्फ क्षेत्रफल में वृद्धि है, बल्कि यह एक आर्थिक और सामाजिक कायापलट की तैयारी है। बेहतर योजनाओं और समावेशी दृष्टिकोण के साथ इंदौर अब न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि देश का शहरी विकास का आदर्श मॉडल बनता जा रहा है।