भोपाल में जल आपूर्ति प्रणाली को आधुनिक और सशक्त बनाने के लिए नगर निगम ने 582 करोड़ रुपये की अमृत 2.0 योजना लागू करने की तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास करेंगे।
योजना के तहत 700 किलोमीटर लंबी नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी, 36 ओवरहेड टैंक का निर्माण किया जाएगा, और चार नए इंटेक वेल्स तथा चार फिल्ट्रेशन-पंपिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इसके पूरा होने पर लगभग 30,000 नए घरेलू जल कनेक्शन उपलब्ध होंगे, जिससे 450 से अधिक कॉलोनियां और कई झुग्गी-बस्तियां इसका लाभ उठा सकेंगी।
अन्य परियोजनाओं का भी हुआ शुभारंभ
जल परियोजना के शिलान्यास के साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव नगर निगम के मैकेनिकल विभाग की 167 करोड़ रुपये की अन्य विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में सड़कों, नालियों, पुल-पुलियाओं और वार्डों में क्रॉसिंग का निर्माण शामिल है।
कार्यक्रम में दिवंगत निगम कर्मचारियों के परिजनों को करुणा नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा।
अब शहर के नए हिस्सों में भी पहुंचेगा पानी
रातीबड़, नीलबड़, मलिपुर, हथाईखेड़ा, बागली, डेनिश हिल्स, गुराड़ी घाट, लहरपुर और अरविंद विहार जैसी नई बस्तियों में भी पाइपलाइन के माध्यम से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। वर्तमान में भोपाल की जनसंख्या लगभग 25 लाख है और शहर को प्रतिदिन 440 एमएलडी पानी प्राप्त हो रहा है। अनुमान है कि वर्ष 2040 तक इस मांग में वृद्धि होकर 575 एमएलडी तक पहुँच जाएगी। ऐसे में यह परियोजना आने वाले 15 वर्षों तक जल संकट से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।