इंदौर : कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन भी काफी ज्यादा सख्त हो गया है लेकिन उसके बाद भी कोरोना के वास्तविक आंकड़े पता नहीं चल पा रहे हैं। भले ही शासन कोरोना संक्रमित का लेखा-जोखा सहेजने का दावा कर रही हो लेकिन सही आंकड़े नहीं बता पा रही है।
बताया जा रहा है कि कोरोना सेल्फ टेस्ट किट के जरिए ही कई लोग अपना इलाज घर पर ही कर रहे हैं। इस वजह से भी सरकार को पता नहीं चल पा रहा है कि कौन कोरोना संक्रमित है और कौन नहीं। ऐसे में न मेडिकल स्टोर पर कीट खरीदने वालों का हिसाब है और ना ही सार्थक एप इसकी जानकारी अपडेट दे पा रहा है।
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जानकारी के मुताबिक, अभी सिर्फ उन ही लोगों का डाटा लिया जा रहा है जो सिर्फ फीवर क्लीनिकों या निजी लैबों से जांच करवा रहे हैं। लेकिन जो लोग घर में जांच कर रहे हैं उनका डाटा शासन के पास नहीं है।

बताया जा रहा है कि थोक बाजार में 200 से 270 रुपए में ही कोरोना का सेल्फ टेस्ट किया जा रहा है। ऐसे में अभी हजारों की संख्या में रोजाना किट बिक रही है। मेडिकल वाले भी 250 से 350 रुपये में खेरची में बेच रहे हैं। किट खरीदने वाला संक्रमित है या नहीं इसका भी पता नहीं लगाया जा पा रहा है।