इंदौर : मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में इंदौर जिले में राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण और राजस्व अभिलेख में इन्द्राज दुरूस्ती को ठीक करने के लिए राजस्व विभाग द्वारा महाअभियान चलाया जा रहा है।
अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि राजस्व महाअभियान का मुख्य उद्देश्य राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों जैसे नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, अभिलेख दुरूस्ती इत्यादि का समयसीमा में निराकरण, नए राजस्व प्रकरणों को आरसीएमएस पर दर्ज कराना, नक्शे पर तरमीम, पीएम किसान का सेचुरेशन एवं समग्र का आधार से ई केवायसी और खसरे की समग्र/आधार से लिंकिंग सहित आमजन की राजस्व से संबंधित समस्याओं का निराकरण करना है।

कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा जिला स्तर पर राजस्व महाअभियान की बिन्दुवार गहन समीक्षा की जा रही है। बताया गया कि अभियान के तहत जिले के समस्त ग्रामों में बी-1 वाचन का कार्य पूर्ण किया जाकर लगभग 52 हजार कृषकों का समग्र ई केवायसी कार्य तथा नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन आदि के लगभग 50 प्रतिशत लंबित प्रकरणों का निराकरण का कार्य विगत 15 दिवस के दौरान राजस्व अमले द्वारा किया गया है।