MP के छात्रों ने बनाई स्मार्ट डिवाइस, हार्ट अटैक और इमरजेंसी में भेजेगी तुरंत अलर्ट

उज्जैन के छात्रों ने एक हाई-टेक डिवाइस बनाई है जो हार्ट अटैक, सड़क हादसे या हमले जैसी इमरजेंसी में GPS और SOS के जरिए तुरंत मदद दिलाएगी।

Srashti Bisen
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देश में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों और समय पर इलाज न मिल पाने से हो रही मौतों को देखते हुए मध्यप्रदेश के उज्जैन के युवाओं ने एक अनोखी और हाई-टेक डिवाइस तैयार की है। यह डिवाइस सिर्फ हार्ट अटैक ही नहीं, बल्कि सड़क हादसा, हमला या छीना-झपटी जैसी इमरजेंसी में भी तुरंत मदद के लिए अलर्ट भेज सकती है।

डिवाइस की खास विशेषताएं

उज्जैन के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के पांच छात्रों ने इस डिवाइस को डिज़ाइन किया है। इस आपातकालीन डिवाइस में कई आधुनिक तकनीकी फीचर्स जोड़े गए हैं:

  • हार्ट रेट मॉनिटरिंग: डिवाइस में पल्स सेंसर लगाए गए हैं, जो धड़कन में असामान्यता आने पर तुरंत अलर्ट भेजते हैं।
  • SOS बटन: बटन दबाते ही 100 और अन्य सेव किए गए नंबरों पर आपातकालीन संदेश भेजा जाता है।
  • GPS और GPRS: इससे व्यक्ति की सटीक लोकेशन ट्रैक की जा सकती है, जिससे मदद तेजी से पहुंच सके।
  • लाइव वीडियो कॉलिंग: यदि अलर्ट भेजने के बाद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, तो डिवाइस खुद-ब-खुद वीडियो कॉल करता है।
  • दोतरफा संचार: डिवाइस में बात करने की सुविधा भी है, जिससे व्यक्ति और रिस्पॉन्स टीम के बीच संवाद संभव है।

आइडिया कैसे आया?

टीम के सदस्य हर्ष श्रीवास्तव ने बताया कि अखबारों में हार्ट अटैक और आपात स्थितियों की खबरें पढ़कर उन्हें यह डिवाइस बनाने की प्रेरणा मिली। उनके साथ मोहित कुमार, राहुल सिंह रावत, ओम कृष्ण कुमार जायसवाल और विशाल रघुवंशी ने मिलकर यह डिवाइस तैयार किया। इसकी कीमत लगभग ₹5000 रखी गई है।

भीड़भाड़ वाले आयोजनों में उपयोगी

यह डिवाइस सिंहस्थ कुंभ जैसे आयोजनों में बेहद उपयोगी हो सकती है, जहां लाखों की भीड़ होती है और किसी की तबीयत बिगड़ने पर तत्काल मदद पहुंचाना जरूरी होता है। यह डिवाइस प्रो. वाय.एस. ठाकुर के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है।

भविष्य की योजना

फिलहाल यह एक प्रोटोटाइप है, लेकिन भविष्य में इसे मोबाइल ऐप या स्मार्ट वॉच के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ-साथ इसे साइबर सेल से जोड़ने की योजना भी है, जिससे सुरक्षा और भी पुख्ता हो सके।