मध्य प्रदेश के जावद विधानसभा क्षेत्र में पत्रकार वार्ता संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह जी ने कहा कि मध्यप्रदेश में जावद विधानसभा का अपना एक विशेष स्थान है, यहां से पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र कुमार सखलेचा जी भी हुए एवं राजस्थान से जुड़ा हुआ यह क्षेत्र एवं सिंगरौली भी अपनी राजनैतिक चेतना के लिए जाना जाता है।
वीरेंद्र कुमार सकलेचा जी का काम करने का अपना एक तरीका एवं रुतबा था, लेकिन उनके पुत्र पूरी तरीके से कमर्शियल हो चुके हैं। इसके साथ ही पंच, सरपंच एवं जनपद अध्यक्ष का पद भी कमर्शियलाइज हो चुका है, जनपद अध्यक्ष के खिलाफ शिकायतों पर भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन लोकायुक्त ने आकर इस जनपद अध्यक्ष को ट्रेप किया। 50 हजार लेते हुए पकड़ा गया, पद कमर्शियलाइज़ है तो खरीदा होगा और खरीदा है तो वसूली भी करेंगे। यह एक उदाहरण है लेकिन सभी पंचायतों में जमकर वसूली हो रही है और उसका पैसा पंचायत मंत्री एवं मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जा रहा है, ऐसे आरोप लगाए जाते हैं। बीजेपी समर्थित सरपंच से 50 हजार की रिश्वत लेने वाले जनपद अध्यक्ष पर कलेक्टर ने धारा 40 (ख) के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की मैं पूछना चाहता हूं।ओमप्रकाश सकलेचा ज्ञानी व्यक्ति हैं दुनिया भर का ज्ञान देते हैं लेकिन यह बताएं कि इस व्यक्ति के ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।

भारतीय जनता पार्टी के शासन प्रशासन का यही नारा है कि “खूब खाओ और जम के खिलाओ”। मोदी जी कहते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा लेकिन कर्नाटक में एक मंत्री के खिलाफ ठेकेदारों ने कहा कि ये 40% कमीशन लेते हैं तो उसको भाजपा ने उसको फिर से टिकट दे दिया। यहां किसान और सरपंच 35% कमीशन बता रहे है। ओमप्रकाश सकलेचा जी को अपने पिता वीरेंद्र कुमार सकलेचा जी की लेजसी का ध्यान रखना चाहिए। सिंह ने कहा कि सुआखेड़ा की चूना पत्थर खदान की 400 एकड़ लीज में अनियमितता की गई, जहां कॉपी में तारीख 7 फरवरी 2020 की है वही मूल प्रति में तारीख 7 जून 2020 की है, यह भाजपा का एक और झूठ दर्शाता है।

अनुसूचित जाति जनजाति के पट्टे निरस्त किए जा रहे हैं और शासकीय पट्टे बेचे जा रहे हैं। भाजपा समर्थक पंचायत सचिव प्रेमचंद माली ने शासकीय भूमि के अवैध पट्टे बनाकर बेच दिए, शासन प्रशासन के व्यवसायीकरण में सरकार इस बात का ध्यान रखती है कि कौन सा अधिकारी अवैध वसूली में सरकार की मदद कर सकता ह, शिवराज चौहान बड़ा खेल खेल रहे हैं। बिना इंटरव्यू नियुक्तियां हो जाती है जो कि चुनिंदा लोगों की होती हैं। मैं 10 साल सीएम रहा गरीबों को भूमि दी, आवासहीनों को पट्टे दिए, गरीबों को, किसानों को मुफ्त बिजली दी, पंचायतों को अधिकार दिए,भाजपा ने पंचायतों से अधिकार छीन लिए।
Also Read : फ़र्जी मृत्यु प्रमाण पत्र मामले के मुख्य आरोपी की जमानत याचिका निरस्त
सिंह ने बताया कि शामगढ़ में कुछ व्यापारी उनसे मिले और कहा कि आप की सरकार में इंस्पेक्टर राज खत्म हुआ था इसलिए हम खुश थे, इस सरकार में हम दुखी हैं। भाजपा ने 44 लेबर कानूनों को खत्म कर 4 लेबर कोड लागू कर दिए और इसके लिए किसी भी यूनियन से परामर्श नहीं लिया जो कि अंतरराष्ट्रीय लेबर कन्वेंशन का उल्लंघन है। मोदी सरकार चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है, उनके लिए नियम कानून बदले जाते हैं, यहां तक कि एक एयरपोर्ट का ठेका जिनके पास था उनके ऊपर ईडी और सीबीआई के छापे मारकर, उन्हें जेल जाने का डर दिखा करके उनसे यह ठेका अपने पसंद के उद्योगपति को बिकवा दिया।
सिंह ने भाजपा की फर्जी राष्ट्रभक्ति की बात पर कहा कि ध्रुव सक्सेना जैसे भाजपा के भोपाल के आईटी के जिला संयोजक आईएसआई से पैसा लेकर पाकिस्तान का काम करते हैं। ऐसे लोगों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं चलाती भाजपा, उल्टा दिग्विजय सिंह को देशद्रोही कहते हैं, जब मैं थाने जाता हूं तो पुलिस कहती है कि आप देशद्रोही नहीं हैं। पुलवामा पर मैं प्रश्न उठाता हूं तो मुझे भाजपा के लोग देशद्रोही कह देते हैं, वही सतपाल मलिक की बातों पर कोई जवाब नहीं,कश्मीर में डिप्टी एसपी देवेंद्र सिंह को आईजी ने गिरफ्तार किया लेकिन सरकार ने उस पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा भी नहीं लगाया और चार्जशीट भी नहीं की यह इस सरकार की कथित राष्ट्रभक्ति है।