प्रोटोकॉल तोड़ देर रात अचानक ठेले वाले के पास पहुंचे सीएम मोहन यादव, बाजार से खरीदे फल, UPI से किया पेमेंट

गुरुवार रात मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल में प्रोटोकॉल तोड़ आम लोगों के बीच पहुंचकर सादगी, अनुशासन और जनसंपर्क का उदाहरण पेश किया, जिसे जनता ने खूब सराहा।

Abhishek Singh
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गुरुवार रात भोपाल के लोग उस समय चकित रह गए जब मुख्यमंत्री मोहन यादव अचानक बाजार में आम नागरिकों के बीच पहुंच गए। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से सहज संवाद किया, उनका हालचाल पूछा और एक ठेले से फल खरीदते हुए पूरी सादगी के साथ डिजिटल पेमेंट भी किया। उनके इस सरल और सहज व्यवहार ने लोगों को खासा प्रभावित किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक नियमों का पूर्णतः पालन किया, जो उनकी अनुशासनप्रियता को दर्शाता है। उनकी सादगी ने लोगों का दिल जीत लिया। आमजन को पहले तो यकीन ही नहीं हुआ कि प्रदेश के मुख्यमंत्री इतने सहजता से उनके बीच मौजूद हैं। सीएम डॉ. यादव की इस जमीन से जुड़ी शैली की लोगों ने खूब सराहना की।

मुख्यमंत्री मोहन यादव गुरुवार रात अपने सहज और सरल अंदाज में प्रोटोकॉल की परवाह किए बिना सीधे न्यू मार्केट पहुंचे और आम लोगों के बीच घुल-मिल गए। इस दौरान उन्होंने एक फल विक्रेता से खुद फल खरीदे और तुरंत डिजिटल माध्यम से भुगतान भी किया।

मुख्यमंत्री ने ठेले पर फल बेचने वालों से उनके व्यवसाय की जानकारी ली और आम लोगों से आत्मीय संवाद कर उनका हालचाल जाना। उल्लेखनीय है कि सीएम यादव बिना किसी तामझाम के केवल दो वाहनों के साथ बाजार पहुंचे, लगभग 15 मिनट वहां रुके, फल खरीदे और फिर अपने निवास लौट गए। उनका यह सरल और सहज अंदाज़ लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बना।

रेड लाइट पर भी रुके मुख्यमंत्री

इतना ही नहीं, लौटते वक्त मुख्यमंत्री ने रेड सिग्नल पर अपनी गाड़ी रोककर ट्रैफिक नियमों के प्रति अपनी जागरूकता और जिम्मेदारी का परिचय दिया। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि कानून का सम्मान करना हर नागरिक का दायित्व है, चाहे वह आम हो या विशेष। उनका यह विनम्र और अनुशासित आचरण दर्शाता है कि नेतृत्व केवल पद का नाम नहीं, बल्कि आचरण से आदर्श स्थापित करने की जिम्मेदारी भी है।