प्रदेश की राजनीति इन दिनों संगठन और सरकार, दोनों ही स्तरों पर नियुक्तियों को लेकर खासा सक्रिय नजर आ रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से उनके प्रोफेसर कॉलोनी स्थित आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह बंद कमरे की चर्चा लगभग आधे घंटे तक चली। सूत्रों का मानना है कि यह बातचीत राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम हो सकती है, हालांकि मुख्यमंत्री ने इसे महज़ सौजन्य भेंट बताया।
गौरतलब है कि प्रदेश में निगम-मंडल की नियुक्तियां लंबे समय से अटकी हुई हैं। चर्चाएँ तेज हैं कि पितृपक्ष समाप्त होने के बाद भाजपा संगठन और सरकार संयुक्त रूप से इस पर निर्णय ले सकते हैं। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री डॉ. यादव और संगठन की टीम इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। अनुमान है कि नवरात्रि के दौरान निगम-मंडल में नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
भाजपा खेमे में बढ़ी अंदरूनी खींचतान
ग्वालियर में सड़कों की जर्जर हालत अब राजनीतिक बहस का बड़ा मुद्दा बन गई है। शहर के कई हिस्सों में धंसी और टूटी सड़कों की शिकायतों ने भाजपा खेमे के भीतर ही मतभेदों को उभार दिया है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अधिकारियों की बैठक लेकर सड़क सुधार कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए थे। इसके बाद शहर के कई इलाकों में मरम्मत का काम शुरू भी हो गया है।