बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कार को दी चुनौती, जवाब में बोले- हाथी चले बाजार, कुत्ते भोके हजार

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By Ashish MeenaPublished On: January 16, 2023

Nagpur सोशल मीडिया पर इन दिनो बागेश्वर धाम महाराज के काफी वीडियो वायरल हो रहे हैं। बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के इन वीडियो में दिखने वाले चमत्कार चर्चा का विषय बने हुए है। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और राष्ट्रीय संगठक श्याम मानव का कहना है, धीरेंद्र कृष्ण ने नागपुर के रेशमबाग मैदान में सात-आठ जनवरी को आयोजित दिव्य दरबार में चमत्कारी दावे कर कानून का उल्लंघन किया है।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चमत्कार देख और सुनकर लोग विश्वास नहीं कर पा रहे कि ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई किसी के बारे में इतना कैसे बता सकता है? बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भारत में लाखों की संख्या में प्रशंसक और भक्त हैं। इतना ही नहीं विदेशों में भी उनकी फैन फॉलोइंग तेजी से बढ़ रही है।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चमत्कार को चुनौती देने वालों को जवाब देते हुए कहा- हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार। उन्होंने आगे कहा, हम सालों से बोल रहे हैं कि न हम कोई चमत्कारी हैं, न हम कोई गुरू हैं। नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने आरोप लगाया था कि उन्होंने चमत्कार के दावे कर कानून का उल्लंघन किया है।

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धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बोले, हमें किसी भी प्रकार के प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। हमें बागेश्वर बालाजी पहले ही प्रमाण दे चुके हैं। हम कई साल से बोल रहे हैं कि न हम कोई चमत्कारी हैं, न हम कोई गुरु हैं, न ही हम कोई ईश्वर हैं। हम तो अपने बागेश्वर बालाजी जी के सेवक हैं, जैसी प्रेरणा लगती है हम वैसा करते हैं।

अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव ने बताया कि वीडियो में महाराज कह रहे हैं कि भूत बाधा की सवारी आती है, उपद्रव किया गया है। गंदी तांत्रिक क्रिया है। तबीयत ठीक नहीं रहती। तत्काल मृत्यु, अभी तक घर में पांच मृत्यु हुई है, पितृदोष के कारण। पिता का नाम शंकरलाल है। माइक से बोले हम तुम्हारे सारे कांड खोल देंगे।

श्याम मानव ने आगे कहा- वीडियो सामने आने के बाद नौ जनवरी को समिति ने महाराज को नाम, आयु, मोबाइल नंबर और दूसरे रूम में रखी 10 वस्तुओं का नाम बताने पर 30 लाख रुपये देने की चुनौती दी थी, लेकिन महाराज ने चुनौती स्वीकार नहीं की और 13 जनवरी तक चलने वाली कथा को दो दिन पहले 11 जनवरी को ही खत्म कर दी और महाराज नागपुर से चले गए।

समिति के संगठक ने कहा, हमने सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) और पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी। उन्होंने जादू-टोना विरोधी कानून के तहत बागेश्वर सरकार का भंडाफोड़ करने के लिए 19 जनवरी को आग्याराम देवी चौक स्थित गुरुदेव सेवाश्रम में आयोजन किया है। समिति का कहना है कि जरूरत पड़ने पर हम अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।