Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले पर पाकिस्तान अब तक दुनिया से छिपता रहा है, लेकिन पहलगाम में विदेशी नागरिकों की मौत ने पाकिस्तान की सेना और आईएसआई की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस हमले के बाद पाकिस्तान पर दबाव बढ़ेगा और दुनिया का नजरिया बदल जाएगा। पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों के खिलाफ वैश्विक दबाव बनेगा, और भारत की प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा रही है। उरी हमले के बाद भारत ने जैसा सर्जिकल स्ट्राइक किया था, वैसा ही कदम अब उठाए जाने की संभावना है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह पाकिस्तान के लिए “अंत की शुरुआत” हो सकती है, क्योंकि क्या यह हमला पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक एकजुटता को प्रेरित करेगा?
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, पहलगाम हमले में यूएई, नेपाल समेत तीन देशों के पर्यटकों की मौत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर कठोर scrutiny के दायरे में ला दिया है। इज़राइल और यूरोपीय देश अब इसे एक व्यक्तिगत हमला मान सकते हैं, जिससे पाकिस्तान के खिलाफ वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (FATF) में ब्लैकलिस्टिंग की संभावना बढ़ जाएगी। इसके अलावा, भारतीय सेना को इज़रायल की तरह आतंकवादियों के खिलाफ घुसकर कार्रवाई करने का आधार मिलेगा, जैसा कि इज़राइल के राजदूत रूवेन अजार ने भी संकेत दिया है। उन्होंने कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारतीय सेना के साथ खड़े हैं।” ट्विटर हैंडल @GeoPol_Expert ने ट्वीट करते हुए पूछा, “पाकिस्तान अब तुम्हें कौन बचाएगा?” लश्कर और TRF के कनेक्शन के बाद पाकिस्तान का पर्दाफाश हुआ है, और इज़राइल, इटली और भारत अब संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठा सकते हैं। पाकिस्तान के लिए अब तबाही का रास्ता खुल गया है।

पाकिस्तान को सबक सिखाएगा भारत
पाकिस्तान ने बलूच विद्रोह से ध्यान हटाने के लिए कश्मीर में फिर से तनाव बढ़ा दिया, लेकिन यह उसके लिए आखिरी मौका साबित हो सकता है। पीएम मोदी के निर्देश पर गृहमंत्री अमित शाह के मौके पर पहुंचने से यह स्पष्ट है कि भारत इसका कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है। वहीं, इजरायल और पश्चिमी देशों का गुस्सा पाकिस्तान को और भी अलग-थलग कर देगा। एक यूजर ने लिखा, “पाकिस्तान ने इजरायल और इटली के पर्यटकों को निशाना बनाकर खुद की कब्र खोदी है, अब पूरी दुनिया इसे खत्म करने पर अड़ जाएगी।” @EuroWatchdog ने ट्वीट किया, “इटली के पर्यटकों की हत्या यूरोपीय संघ को पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने पर मजबूर कर सकती है।”
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिरता खतरे में
विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान पहले से ही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में है और अपनी कमजोर अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए वैश्विक मदद की गुहार लगा रहा है। अब इस आतंकी हमले के बाद, इजरायल और यूरोपीय देशों का बढ़ता दबाव पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को और संकट में डाल सकता है।