Indore News: जैन संत की आत्महत्या पर उठे सवाल, बड़े भाई ने लाया मोड़

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By Akanksha JainPublished On: October 31, 2021

इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर (Indore) से आज एक दिल दहलादेने वाला मामला सामने आया। दरअसल इंदौर में दिगंबर जैन संत विमद सागर महाराज की आत्महत्या कर ली। जिसके बाद से ही इस मामले में उनके परिवार ने सवाल खड़े कर दिए हैं। वही अब परिवार ने जो वजह गिनाईं हैं, उससे संत का फांसी लगाना संदिग्ध हो गया है। विमद सागर महाराज के बड़े भाई संतोष जैन ने बताया कि महाराज का एक हाथ टूटा था। सिर से ऊपर नहीं जाता था। सोचने वाली बात है कि 12 फीट ऊपर फंदा कैसे लगाएंगे? संत समाधि लेता है, आत्महत्या नहीं करता।

उन्होंने कहा कि, ‘वो कभी ऐसा कर ही नहीं सकते। जो सत्संग में दूसरों को जीने की सीख देते थे, वे ऐसा क्यों करेंगे। कहा जा रहा है उन्होंने फांसी लगा ली। उनका फांसी लगाना संभव ही नहीं है। बचपन में साइकिल से गिरने पर उनका एक हाथ टूट गया था। इस वजह से उनके हाथ की हड्‌डी बढ़ गई थी। इसके बाद से हाथ सिर से ऊपर जाता ही नहीं था। एक हाथ से आप कुर्सी उठाकर तो देख लीजिए। 12 फीट पर कैसे पहुंच जाएगा। एक हाथ से कैसे एक आदमी फंदा लगा लेगा।’

इसके साथ ही विमद सागर के भाई ने बताया कि, ‘शुगर कोई बड़ी बीमारी है क्या। पाइल्स भी कोई बीमारी नहीं है। दवा लेंगे, सही हो जाएंगी। बीमारी से परेशानी है तो संत समाधि लेगा, आत्महत्या नहीं करेगा। उनके 1100 उपवास चल रहे थे। एक दिन आहार, दूसरे दिन उपवास कर रहे थे। कोई टेंशन नहीं था। वह अनुशासनप्रिय थे। जो बात करते थे, साफ करते थे। निडर थे। संकट से कभी डरे नहीं, तो ऐसा कदम उठाने का तो सोच ही नहीं सकते। मां को कोरोना हो गया था तो उन्होंने ही प्रोत्साहित किया था।’

इस मामले और संदिघ्ध बनाते हुए उन्होंने कहा कि, ‘जांच की जानी चाहिए। जो इस षड्यंत्र के पीछे हैं, वह सलाखों के पीछे होने चाहिए। घटना के पीछे निश्चित ही उनके विरोधी लोग हैं, जो उनकी बढ़ती लोकप्रियता से डर रहे थे। हो सकता है कि उन्हीं की करतूत हो। शंका तो नहीं है किसी पर, लेकिन कमरे में रस्सी कहां से आई। बड़ा सवाल है। कई ऐसी शंकाएं हैं, जो इस ओर इशारा करती हैं कि ये आत्महत्या नहीं है। षड्यंत्र के तहत घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने आत्महत्या नहीं की।’