इंदौर की एविएशन इंडस्ट्री के लिए जनवरी का महीना अत्यधिक सफल साबित हुआ। इस महीने में इंदौर से 3.77 लाख से अधिक यात्रियों ने हवाई यात्रा की, जो शहर के 88 वर्षों के हवाई इतिहास में एक महीने में सबसे अधिक यात्री संख्या है। साथ ही, उड़ानों की संख्या भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचते हुए 2800 का आंकड़ा पार कर गई।
जनवरी में यात्री संख्या में 4.3% का उछाल
जनवरी में इंदौर में बने इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड का खुलासा एयरपोर्ट अथॉरिटी की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी में इंदौर से कुल 2,861 उड़ानों का संचालन किया गया, जिनमें 3,77,207 यात्रियों ने सफर किया। दिसंबर में यह आंकड़ा 2,686 उड़ानों और 3,66,775 यात्रियों का था। इस तरह, जनवरी में दिसंबर की तुलना में 175 उड़ानें और 15,432 अधिक यात्री सफर पर निकले। ये आंकड़े इंदौर की एविएशन इंडस्ट्री में सकारात्मक विकास का संकेत हैं, जिसमें उड़ानों की संख्या में 6.5% और यात्रियों की संख्या में 4.3% की वृद्धि हुई है।
रात की उड़ानों पर प्रतिबंध के बावजूद, यात्री संख्या में वृद्धि देखी गई है। ट्रेवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव अमोल कटारिया के अनुसार, 28 अक्टूबर से लागू विंटर शेड्यूल के तहत रनवे के सुधार कार्य के चलते रात 12 से सुबह 6 बजे तक उड़ानों का संचालन बंद है। इसके बावजूद, एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या और उड़ानों का बढ़ना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह सिर्फ एविएशन इंडस्ट्री के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यटन और स्थानीय व्यापार के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।
जनवरी में यात्रियों की संख्या के मामले में दिसंबर का रिकॉर्ड तोड़ा गया, वहीं उड़ानों की संख्या में अक्टूबर का रिकॉर्ड भी पार किया गया। दिसंबर में इंदौर से 3.61 लाख यात्रियों का रिकॉर्ड था, जबकि अक्टूबर में उड़ानों का रिकॉर्ड 2,696 था। जनवरी ने इन दोनों रिकॉर्ड्स को बड़े अंतर से तोड़ दिया है।
समर शेड्यूल से बढ़ सकती हैं उड़ानों की संख्या
एविएशन एक्सपर्ट नागेश नामजोशी के अनुसार, इंदौर एयरपोर्ट पर यात्रियों और उड़ानों की संख्या में जिस तेजी से वृद्धि हो रही है, उससे यह अनुमान है कि अप्रैल तक इंदौर से हवाई यात्रियों की संख्या 4 लाख प्रति माह तक पहुंच सकती है। मार्च के अंत से नए समर शेड्यूल के लागू होने के साथ कई नई उड़ानों के जुड़ने की संभावना है, जो यात्रियों और उड़ानों की संख्या में और इजाफा कर सकती हैं। इस बढ़ती संख्या को देखते हुए, एयरपोर्ट के विस्तार की आवश्यकता अब महसूस होने लगी है।