Independence Day 2025: आज भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में देशभक्ति की लहर है और राजधानी दिल्ली के लाल किले पर मुख्य समारोह हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया और उसके बाद राष्ट्र को संबोधित किया। इस बार उनके भाषण में ऑपरेशन सिंदूर, राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास और उनके कार्यकाल के कल्याणकारी मॉडल के विस्तार पर विशेष जोर रहा। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के प्रति प्रतिकूल रुख और उससे उत्पन्न व्यापार व विदेश नीति की अनिश्चितताओं पर भी अपनी बात रखी।
सिंधु जल समझौते पर सख्त रुख
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सिंधु जल समझौते को लेकर बेहद कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि देशवासियों को अब पूरी तरह से समझ आ गया है कि यह समझौता कितना एकतरफा और अन्यायपूर्ण है। भारत से निकलने वाली नदियों का पानी आज भी दुश्मन देशों के खेतों को सींच रहा है, जबकि हमारे अपने किसानों की जमीन प्यास से सूख रही है। उन्होंने साफ कहा कि सात दशकों से इस समझौते ने हमारे किसानों का भारी नुकसान किया है और अब हिंदुस्तान अपने हक के पानी पर पूरा अधिकार स्थापित करेगा। प्रधानमंत्री ने दृढ़ स्वर में दोहराया—“खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।”
आतंकवाद और परमाणु धमकियों पर स्पष्ट संदेश
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आतंकवाद को लेकर भारत की नई नीति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि अब हम आतंक और उन्हें समर्थन देने वालों में फर्क नहीं करते, दोनों मानवता के दुश्मन हैं। उन्होंने परमाणु धमकियों को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया और कहा कि भारत अब परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर भविष्य में दुश्मनों ने फिर से ऐसी कोशिश की, तो भारतीय सेना अपनी शर्तों पर तय करेगी कि कब और कैसे जवाब दिया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि “खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा”—यह अब भारत का नया संकल्प है।
ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को सलाम
प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए वीर सैनिकों को सलाम किया। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आए आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष लोगों का कत्लेआम किया, जिससे पूरा देश और दुनिया स्तब्ध रह गई। इस नृशंस घटना ने पूरे भारत को आक्रोश से भर दिया। इसी के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया। प्रधानमंत्री ने बताया कि सेना को पूरी छूट दी गई और हमारे जांबाज सैनिकों ने सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को खत्म कर दिया। पाकिस्तान में इस कार्रवाई से हुई तबाही इतनी गहरी है कि वहां आज भी हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं।