Pariksha Pe Charcha : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज “परीक्षा पे चर्चा” (PPC) के आठवें संस्करण में छात्रों से संवाद किया और उन्हें परीक्षा से जुड़े दबाव को कैसे संभालें, इसके लिए महत्वपूर्ण सलाह दी। पीएम मोदी ने छात्रों को यह याद दिलाया कि जब आप परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं, तो आपको खुद को तैयार करने पर ध्यान देना चाहिए, न कि बाहरी दबाव पर। उन्होंने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे बल्लेबाज को स्टेडियम से आने वाली आवाजें और बाहरी शोर से प्रभावित नहीं होना चाहिए, वैसे ही छात्रों को भी परीक्षा के दबाव से न घबराते हुए अपनी पूरी ऊर्जा अपनी पढ़ाई पर केंद्रित करनी चाहिए।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अगर छात्र अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए केवल वही करें जो उन्होंने तय किया है, तो वे परीक्षा के दबाव से निपट सकते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि 10वीं और 12वीं में लगभग 40% छात्र फेल हो जाते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जिंदगी रुक जाती है। जीवन में सफलता पाने के लिए विफलताओं से सीखना आवश्यक है, जैसे क्रिकेट खिलाड़ी मैच के बाद अपनी गलतियों को समझते हैं।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने छात्रों को किसी भी जानकारी को आत्मसात करने के कुछ महत्वपूर्ण कदम बताए: सबसे पहले उसे अच्छे से सुनें, फिर उस पर सवाल करें, उसके परिणामों पर विचार करें, समझें और अंत में उसे खुद पर लागू करें।
इस साल के PPC कार्यक्रम में 3.30 करोड़ से अधिक छात्रों, 20.71 लाख से ज्यादा शिक्षकों और 5.51 लाख से अधिक अभिभावकों ने रजिस्ट्रेशन किया था। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा हर साल आयोजित किया जाता है, जिसमें पीएम मोदी छात्रों के सवालों का जवाब देते हैं, जो मुख्य रूप से बोर्ड परीक्षा की तैयारी, तनाव प्रबंधन, करियर और अन्य संबंधित मुद्दों से जुड़े होते हैं।