मुंबई। आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने विश्व बैंक समूह की निजी क्षेत्र की शाखा, इंटरनेशनल फाइनेंस कारपोरेशन से 1250 करोड़ रुपये (लगभग 150 मिलियन डॉलर के बराबर) के निवेश की घोषणा की है। यह निवेश कंपनी द्वारा जारी किए जाने वाले नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर के माध्यम से होगा। सस्टेनेबिलिटी-लिंक्ड एनसीडी पेंट मैन्यूफैक्चरिंग में कंपनी के निवेश का सपोर्ट करेंगे। आईएफसी का निवेश ग्रासिम के पेंट निर्माण प्रक्रिया में रिन्युएबल एनर्जी और वाटर रिसाईकिलिंग को बढ़ावा देकर उनके कार्बन उत्सर्जन को कम करने में तेजी लाएगा।
हाल ही में, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन, कुमार मंगलम बिड़ला ने अपने नए डेकोरेटिव पेंट्स ब्रांड, “बिरला ओपस” के तहत उत्पादों और सेवाओं के लॉन्च की घोषणा की, जिसका लक्ष्य फुल स्केल ऑपरेशन के 3 वर्षों के भीतर 10,000 करोड़ रूपये का ग्रॉस रिवेन्यु प्राप्त करना है। सभी छह मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट जीरो लिक्विड डिस्चार्ज के साथ पूरी तरह से सस्टेनेबल होंगे और सप्लाई चैन प्रोसेसेस को तीव्र गति, जीरो डिफेक्ट और एंड-टू-एंड ट्रैसेबिलिटी का प्रबंधन करने के लिए फोर्थ जनरेशन मैन्यूफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी से लैस होंगे।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एच के अग्रवाल ने कहा, “हम इंटरनेशनल फाइनेंस कारपोरेशन (आईएफसी) के निवेश का स्वागत करते हैं, जो हमारी सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स को मान्यता देता है। हम अपनी सस्टेनेबिलिटी के फुटप्रिंट्स को और बढ़ाने के लिए आईएफसी के साथ सहयोगात्मक रूप से कार्य करेंगे। हम अपने रिन्युएबल प्रोजेक्ट्स और एनर्जी एफिशिएंट प्रोडक्ट्स से लो-कार्बन इकॉनमी में परिवर्तन लाने पर कार्य कर रहे हैं, और अपनी गतिविधियों को ग्लोबल सस्टेनेबल गोल्स के साथ और भी अधिक अनुकूल बनाने की आशा कर रहे हैं।
आईएफसी में भारत की कंट्री हेड वेंडी वर्नर ने कहा, “आईएफसी की वित्तीय सहायता ग्रासिम के पेंट व्यवसाय में सस्टेनेबल ग्रोथ में योगदान देगी और अन्य विनिर्माण कंपनियों को एनर्जी एफिशिएंट और पानी बचाने वाली प्रौद्योगिकियों और प्रथाओं को सफलतापूर्वक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। यह साझेदारी आदित्य बिड़ला समूह के साथ हमारे लगभग तीन दशक पुराने सहयोग पर आधारित है और आईएफसी को ग्रासिम के जलवायु अनुकूल तरीके से विस्तार का समर्थन करने पर गर्व है।”










