अगर आप दूध उत्पादन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं और सोच रहे हैं कि इसकी शुरुआत कैसे करें, तो भैंस पालन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। भैंस एक उच्च उत्पादक दुधारू पशु है, जिससे बड़ी मात्रा में दूध प्राप्त होता है। लेकिन भैंस की कीमत अधिक होने की वजह से हर कोई इसे खरीदने में सक्षम नहीं होता।
ऐसे में सरकार ने पशुपालकों की मदद के लिए कई लोन और सब्सिडी योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ उठाकर आप कम लागत में अपने डेयरी बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं।

पशुपालन लोन योजना से मिलेगी आर्थिक मदद
सरकार की ओर से चलाई जा रही पशुपालन लोन योजना के तहत भैंस खरीदने के लिए किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत भैंस खरीदने के लिए ₹80,000 तक का लोन उपलब्ध कराया जाता है।
इसके अलावा, पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत भी पशुपालकों को वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसमें भैंस के लिए ₹60,000 तक का लोन मिलता है। यह योजनाएं विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी हैं, जिनके पास सीमित पूंजी है लेकिन वे अपना खुद का डेयरी व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया
अगर आप इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको अपने नजदीकी बैंक या पशुपालन विभाग से संपर्क करना होगा। इसके अलावा, संबंधित सरकारी पोर्टल्स के माध्यम से भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
आवेदन करते समय आपको आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, निवास प्रमाणपत्र और जिस पशु को खरीदना चाहते हैं उसकी जानकारी देना आवश्यक होता है। बैंक और विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद लोन की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
उत्तर प्रदेश में विशेष सब्सिडी योजना
उत्तर प्रदेश सरकार ने पशुपालकों के लिए मुख्यमंत्री राज्य पशुधन मिशन योजना की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत राज्य के नागरिक स्वदेशी नस्ल की गाय या भैंस खरीदने पर 90% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
इस योजना में भैंस की खरीदी पर अधिकतम ₹40,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए पशुपालकों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।