8th Pay Commission :देश में नए वेतन आयोग पर कार्य शुरू हो चुका है। जल्द नए वेतन आयोग का गठन किया जाएगा। सूत्रों और एक्सपर्ट की माने तो आठवीं वेतन आयोग को 1 जनवरी 2026 से लागू किया जा सकता है। सरकार इसके सिफारिश पर 2025 में काम शुरू कर सकती है। हालांकि इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।
सातवें वेतन आयोग में वेतन में 14.27% की बढ़ोतरी हुई थी लेकिन इस बार उम्मीद है की आठवीं वेतन आयोग के गठन के साथ ही यह बढ़ोतरी 18% से बढ़कर 24% तक हो सकती है। फिटमेंट फैक्टर को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। हालांकि माना जा रहा है की फिटमेंट फैक्टर 3.68 प्रतिशत या इससे थोड़ा कम रह सकता है।

यदि ऐसा होता है तो कर्मचारियों के वेतन में बड़ा इजाफा देखा जाएगा।सातवें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन में 18000 रुपए हुई थी। 8वी वेतन आयोग में यह 1.900 या फिर 2.86 तक हो सकता है। हालांकि सबसे ज्यादा चर्चा 1.90 फिटमेंट फैक्टर की है। अगर ऐसा होता है तो बेसिक सैलरी में जबरदस्त इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपए से बढ़कर सीधे 34200
अगर फिटमेंट फैक्टर 1.90 होता है तो सरकारी कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपए से बढ़कर सीधे 34200 तक हो सकती है। हालांकि अन्य लेवल के वेतन में भी इसका फर्क देखा जाएगा। बेसिक सैलरी ही नहीं महंगाई भत्ता सहित अन्य भत्तों में भी तगड़ा उछाल आएगा। जिसके साथ वेतनमान में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
महंगाई भत्ता फिर से 0 हो जाएगा
हालांकि इसके गठन के साथ ही महंगाई भत्ता फिर से 0 हो जाएगा और हर 6 महीने पर इसमें बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। वहीं न्यूनतम पेंशन अभी ₹9000 है। आठवीं वेतन आयोग लागू होने के साथ न्यूनतम पेंशन बढ़कर ₹15000 से ₹20000 तक हो सकता है। ऐसे में पेंशनर्स को भी नए वेतन आयोग के गठन के साथ बड़ा लाभ मिलने वाला है।
अन्य सभी भत्ते में भी बढ़ोतरी
इसके अलावा अन्य सभी भत्ते में भी बढ़ोतरी होगी। पेंशनर्स को रिवाइज्ड पेंशन मिलेगी। रिटायरमेंट पर उनके ग्रेच्युटी और पीएफ में भी बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। पे मैट्रिक्स के हिसाब से कर्मचारियों के वेतनमान तय किए जाएंगे। लेवल 1 से लेवल 6 तक आने वाले सभी कर्मचारियों को इसमें फायदा मिलने की उम्मीद है। इन सभी के वेतन में अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।