लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद आज कांग्रेस कार्यसमिति की पहली बैठक आयोजित की गई। जिसमे पार्टी सदस्यों द्वारा कई अहम् मुद्दों पर चर्चा की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव का जनादेश विभाजनकारी राजनीति और नफरत की “निर्णायक अस्वीकृति” का प्रतिनिधित्व करता है।
‘चुनाव के परिणाम विभाजनकारी राजनीति और नफरत की स्पष्ट अस्वीकृति का प्रतीक’
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कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के दौरान, मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बात पर जोर दिया कि लोकसभा चुनाव के परिणाम विभाजनकारी राजनीति और नफरत की स्पष्ट अस्वीकृति का प्रतीक हैं, उन्होंने संसद के अंदर और बाहर भारतीय ब्लॉक की एकता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया।
‘खड़गे ने आत्मचिंतन का सुझाव दिया’
इसके अतिरिक्त, पार्टी के पुनरुत्थान को स्वीकार करते हुए, खड़गे ने आत्मचिंतन का सुझाव दिया तथा स्वीकार किया कि पार्टी कुछ राज्यों में अपनी क्षमता से पीछे रह गई। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, हम उन राज्यों में अपना प्रदर्शन नहीं दोहरा सके जहां हमने पहले विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था और सरकार बनाई थी।’’उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य पर अलग-अलग चर्चा जल्द ही आयोजित की जाएगी।
‘हमें तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने होंगे’
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “हमें तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने होंगे। ये वे राज्य हैं जो परंपरागत रूप से कांग्रेस के पक्ष में रहे हैं, जहां हमारे पास अवसर हैं जिनका हमें अपने फायदे के लिए नहीं बल्कि अपने लोगों के लाभ के लिए उपयोग करना है। मैं इस अभ्यास को बहुत जल्द आयोजित करने का प्रस्ताव करता हूं।”
‘पार्टी सत्ता में हो या न हो, उसका काम लोगों के बीच 24 घंटे, 365 दिन’
खड़गे ने आगे कहा कि पार्टी सत्ता में हो या न हो, उसका काम लोगों के बीच 24 घंटे, 365 दिन जारी रहता है और वह उनके मुद्दे उठाती है। कांग्रेस कार्यसमिति ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके दृढ़ संकल्प, इच्छाशक्ति और संकल्प के लिए बधाई दी। खड़गे ने कहा, “लोगों ने सत्तारूढ़ पार्टी के तानाशाही और लोकतंत्र विरोधी तरीकों के खिलाफ आवाज उठाई है। यह पिछले 10 सालों की राजनीति की निर्णायक अस्वीकृति है। यह विभाजन, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति की अस्वीकृति है।”
‘भारत जोड़ो यात्रा जहां भी गई…’
उन्होंने कहा , ‘‘मैं आपका ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि भारत जोड़ो यात्रा जहां भी गई, वहां हमने कांग्रेस पार्टी के वोट प्रतिशत और सीटों की संख्या में वृद्धि देखी।’’मणिपुर में कांग्रेस द्वारा दोनों सीटों पर जीत का उल्लेख करते हुए खड़गे ने कहा कि पार्टी ने नगालैंड, असम और मेघालय में भी सीटें जीती हैं।
‘महाराष्ट्र में हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे’
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे। देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए सभी वर्गों के लोगों ने कांग्रेस पार्टी का समर्थन किया।” खड़गे ने आगे जोर देकर कहा कि पार्टी ने एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक मतदाताओं के प्रभुत्व वाली सीटों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की सीटों में भी वृद्धि देखी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में कांग्रेस को शहरी क्षेत्रों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी।