महाकुंभ में भगदड़ के बाद सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव! गाड़ियों की एंट्री पर रोक, VVIP पास भी रद्द, जानें और क्या- क्या हुए बड़े बदलाव

Meghraj
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Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ 2025, जो 144 वर्षों बाद हुआ है, आस्था के प्रतीक के रूप में लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। हालांकि, मौनी अमवस्या के दिन हुई भगदड़ में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए, जिसने प्रशासन और सरकार को अपनी व्यवस्था पर पुनः विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।

इस घटना के बाद महाकुंभ के आयोजन में पांच महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, ताकि भविष्य में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके…

1. नो-व्हीकल जोन का लागू होना

मौनी अमवस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। यह बदलाव 4 फरवरी तक लागू रहेगा और इसमें वीवीआईपी गाड़ियों को भी मेला क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। अब मेला क्षेत्र में सिर्फ दोपहिया वाहन, एंबुलेंस और नगर निगम की गाड़ियां जा सकेंगी। यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

2. वीवीआईपी पास का निरस्त होना

भगदड़ की स्थिति को देखते हुए वीवीआईपी पास भी कैंसिल कर दिए गए हैं। अब वीवीआईपी को भी बसंत पंचमी तक किसी प्रकार की विशेष छूट नहीं दी जाएगी। यह निर्णय मेला क्षेत्र में व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लिया गया है और जनता को समानता का एहसास कराएगा।

3. स्नान मार्ग में बदलाव

संगम तट के पास भगदड़ की घटना के बाद, स्नान मार्ग में बदलाव किया गया है। अब स्नान के लिए जाने वालों का मार्ग एकतरफा किया जाएगा, ताकि दोनों दिशा के लोग टकरा न सकें और भगदड़ जैसी स्थिति से बचा जा सके। यह बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए किया गया है।

4. होल्डिंग एरिया का निर्माण

अगले शाही स्नान के लिए प्रशासन ने होल्डिंग एरिया का निर्माण किया है। बसंत पंचमी के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उम्मीद की जा रही है। इन होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को आराम और राहत प्रदान की जाएगी। यहां खाने-पीने की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

5. वाहनों की एंट्री पर रोक

महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की लगातार भीड़ आ रही है, लेकिन प्रशासन भीड़ का दबाव कम करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। वाहनों की एंट्री को नियंत्रित किया गया है ताकि मेला क्षेत्र में भीड़ के चलते कोई अनहोनी न हो। साथ ही, मुख्यमंत्री ने व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए अफसरों को भी भेजने के आदेश दिए हैं, ताकि इस विशाल आयोजन को बेहतर तरीके से संभाला जा सके।