12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बोइंग 787-8 विमान एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर पर आकर गिरा। इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों और 19 क्रू मेंबर्स समेत कुल 260 लोगों की मौत हो गई। चमत्कारिक रूप से सिर्फ एक यात्री इस हादसे में बच पाया। घटना ने देश ही नहीं, पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया।
मंत्री बोले – जल्द आएगी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट

नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) हादसे की जांच तेजी से कर रहा है और प्रारंभिक रिपोर्ट बहुत जल्द सार्वजनिक की जाएगी। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जांच में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार, AAIB को हादसे के 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करनी होती है। इससे पहले 26 जून को मंत्रालय ने इस घटना से संबंधित एक स्थिति रिपोर्ट जारी की थी।
ब्लैक बॉक्स भारत में पहली बार जांचा जा रहा
इस हादसे की सबसे अहम जांच ब्लैक बॉक्स (CVR और FDR) के जरिए की जा रही है। यह भारत में पहली बार है जब किसी एयरक्रैश का ब्लैक बॉक्स यहीं जांचा जा रहा है। ब्लैक बॉक्स से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) से डाटा निकाला गया है, जिससे हादसे से पहले के पलों की गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विमान क्रैश से पहले पायलट ने “मेडे अलर्ट” भेजा था, यानी उन्होंने इमरजेंसी में मदद मांगी थी। जांच में एक अहम बिंदु यह है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच को कैसे और किसने ऑपरेट किया – यह जानबूझकर किया गया या किसी गलती से।
जांच में विदेशी एजेंसियां भी शामिल
इस मामले की जांच AAIB कर रहा है, जिसकी अगुवाई स्वयं महानिदेशक कर रहे हैं। जांच दल में एविएशन एक्सपर्ट्स, एविएशन मेडिसिन विशेषज्ञ, एयर ट्रैफिक कंट्रोल अधिकारी, और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के अधिकारी शामिल हैं। यह एक हाई-लेवल और मल्टी-एजेंसी जांच मानी जा रही है। इस सप्ताह AAIB के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक संसदीय समिति को बताया कि रिपोर्ट कुछ ही दिनों में जारी की जा सकती है।