Air India Plane Crash: अहमदाबाद हादसे पर CEO विल्सन का बयान-विमान में कोई तकनीकी खामी नहीं

टेकऑफ के बाद दोनों इंजनों को अचानक नहीं मिला ईंधन

Dilip Mishra
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Air India Plane Crash: 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ समय बाद भीषण हादसे का शिकार हो गई थी। इस त्रासदी में 260 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि चमत्कारिक रूप से एक यात्री जीवित बचा। यह हादसा हाल के वर्षों का सबसे दर्दनाक विमान हादसों में से एक था, जिसने देशभर को झकझोर कर रख दिया।

इस मामले में अब Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कई महत्वपूर्ण तकनीकी पहलुओं का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के बाद एअर इंडिया के सीईओ और एमडी कैंपबेल विल्सन का पहला आधिकारिक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि विमान या उसके संचालन में कोई मेंटेनेंस या मैकेनिकल गड़बड़ी नहीं थी।

विमान पूरी तरह फिट था, पायलट भी मेडिकल रूप से स्वस्थ

सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कहा कि हादसे का शिकार हुआ विमान Boeing 787 Dreamliner तकनीकी दृष्टि से पूर्णतः फिट था। उन्होंने बताया कि विमान और इंजन में कोई मैकेनिकल या मेंटेनेंस से जुड़ी खामी नहीं पाई गई। टेकऑफ रोल यानी उड़ान भरते समय की प्रक्रिया सामान्य थी। ईंधन की गुणवत्ता पूरी तरह से मानकों के अनुसार थी। उड़ान से पहले दोनों पायलटों ने ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट पास किया था और उनकी मेडिकल स्थिति सामान्य थी। विमान में सभी आवश्यक सुरक्षा और उड़ान से पहले जांच प्रक्रिया समय से पूरी की गई थी। उन्होंने आगे कहा कि DGCA की निगरानी में एयर इंडिया के सभी अन्य Boeing 787 विमानों की सुरक्षा जांच की गई है और सभी को उड़ान के लिए उपयुक्त पाया गया।

टेकऑफ के बाद दोनों इंजनों को अचानक नहीं मिला ईंधन

AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में जो सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी बिंदु सामने आया है, वह यह कि फ्लाइट AI171 ने टेकऑफ के दौरान सभी मानक प्रक्रियाओं का पालन किया और निर्धारित ऊंचाई तक भी पहुंच गया। लेकिन इसके बाद अचानक दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चले गए, जिससे इंजन तक ईंधन पहुंचना बंद हो गया। इसका सीधा असर यह हुआ कि विमान उड़ान बनाए नहीं रख सका और तेज़ी से नीचे गिरते हुए क्रैश हो गया।

यह घटना बताती है कि विमान की उड़ान क्षमता पर अचानक फ्यूल सप्लाई कटने का असर पड़ा, जो किसी तकनीकी प्रणाली में स्वतः बदलाव या संभावित ह्यूमन इंटरवेंशन का संकेत देता है। हालांकि रिपोर्ट में अभी तक किसी निश्चित कारण या निष्कर्ष की बात नहीं की गई है।

समय से पहले कोई निष्कर्ष न निकाला जाए

विल्सन ने अपने बयान में एयर इंडिया के कर्मचारियों और संबंधित सभी पक्षों से आग्रह किया है कि AAIB की यह रिपोर्ट सिर्फ शुरुआती निष्कर्ष है। इसमें न तो किसी एक कारण का स्पष्ट उल्लेख है,और न ही कोई सिफारिश की गई है। उन्होंने कहा की हम सभी को संयम रखना चाहिए और जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। हमारी प्राथमिकता पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में मजबूत कदम उठाना है। उन्होंने यह भी कहा कि एयर इंडिया पूरी तरह से जांच एजेंसियों के साथ सहयोग कर रही है और वह आगे की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

हादसे की वजह का अब भी इंतजार

AAIB की रिपोर्ट ने जहां एक ओर यह स्पष्ट कर दिया है कि विमान में कोई मैकेनिकल खामी नहीं थी, वहीं फ्यूल कटऑफ जैसी तकनीकी घटना ने हादसे को रहस्यपूर्ण बना दिया है। अब यह देखना होगा कि क्या यह बदलाव किसी इलेक्ट्रॉनिक फॉल्ट, मानव त्रुटि, या किसी अन्य कारण से हुआ। जांच की अंतिम रिपोर्ट ही इस दुखद हादसे की वास्तविक वजह सामने ला पाएगी। फिलहाल, देश इस भीषण त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहा है, और पीड़ितों के परिवार जवाब और न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। एअर इंडिया और जांच एजेंसियों की संवेदनशीलता और पारदर्शिता इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।