इंडोनेशिया को हराकर भारत पहली बार बैडमिंटन में विश्व थामस कप जीता

shrutimehta
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भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने 15 मई 2022 को विश्व थामस कप टीम फाइनल्स स्पर्धा जीत कर इतिहास रच दिया,जिस तरह 1983 में भारत ने क्रिकेट का विश्व कप जीता, वैसे ही अब बैडमिंटन का विश्व कप थामस में कप पहली बार जीत कर बैडमिंटन में भारत को नई ऊंचाई दी हैं .यह भारत की अब तक की सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन टीम है यह हमने पहले ही कह दिया था, हमारे सभी पुराने सितारे बैडमिंटन खिलाड़ियों का भी यही दावा था जो लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत, सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, एच एस प्रणोय ने सही साबित कर दिखाया
आल इंग्लैंड उपविजेता बनकर इसी साल मार्च में इतिहास रचने वाले विश्व नंबर 9 लक्ष्य सेन ने विश्व नंबर 5 एंथोनी सिनुसुका जिंटिंग को एक घंटे 5मिनट में 8-2121-17,21-16 से हराकर उलटफेर किया,थिंकिंग की इस स्पर्धा में यह पहली और लक्ष्य से दूसरी हार है, लक्ष्य ने इसी साल10मार्च को जर्मन खुली स्पर्धा के दूसरे दौर में भी थिंकिंग को 21-7,21-9 से हराकर उलटफेर किया था . विश्व नंबर 8 सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने विश्व नंबर एक और दो के काम्बिनेशन से बनी जोड़ी केविन संजया सुकमुल्यो और 34 वर्षीय मोहम्मद एहसान को एक घंटे 13 मिनट में 18-21,23-21,21-19 से हराकर धांसू खेल दिखाया एवं भारत को 2-0 से आगे कर दिया, भारतीय जोड़ी ने इस इंडोनेशियाई जोड़ी को एशियाई बैडमिंटन टीम स्पर्धा 2018 मलेशिया में भी 18-21, 21-18,24-22 से हराया था,
अब भारत को पिछले विजेता इंडोनेशिया से तीन में से एक मैच ही जीतना था, भारतीय टीम कप्तान विश्व उपविजेता 29 वर्षीय किदांबी श्रीकांत ने एशियाई खेल विजेता जोनाटन क्रिस्टी को 21-15,23-21 से 47 मिनट में हराकर भारत को 3-0 से ऐतिहासिक जीत दिलाई, श्रीकांत दूसरा गेम 9-11, 13-16,19-20 और 20-21से पीछे होने के बाद अतिरिक्त अंकों में बेहद रोमांचक ढंग से जीते, विश्व नंबर 11 श्रीकांत इस स्पर्धा में अपराजेय रहे, जोनाटन को भी
लगातार दो पराजय के बाद 10वें मुकाबले में 5वीं बार हराया . इस साल श्रीकांत, जोनाथन से कोरिया खुली और स्विस खुली स्पर्धा के सेमीफाइनल में हारे थे

तीन पूर्व विजेताओं को हराया भारत ने

भारत एशियाई टीम बैडमिंटन स्पर्धा से तो थामस कप-युबेर कप की पात्रता ही हासिल नहीं कर सका था, क्योंकि भारत के टाप खिलाड़ी खेलने नहीं गए थे, मान्यता को विश्व टीम रैंकिंग आधार पर फाइनल्स में खेलने की पात्रता हासिल हुई, भारत ने इस बार थाईलैंड के बैंकाक में तीन पूर्व विजेता मलेशिया, डेनमार्क और इंडोनेशिया को हराकर फतह हासिल की हैं, मलेशिया को क्वार्टर फाइनल में 3-2 से और 2016 विजेता डेनमार्क को सेमीफाइनल में 3-2 से हराया, दोनों में एच एस प्रणोय ने निर्णायक जीत हासिल की , फाइनल में सर्वाधिक 14 बार की विजेता इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर भारत ने चकित कर दिया, भारत पहली बार और इंडोनेशिया सर्वाधिक 20वीं बार फाइनल खेला हैं, इंडोनेशिया,चीन और मलेशिया के अलावा एक-एक बार जापान (2014), डेनमार्क (2016) और भारत(2022)ही थामस कप जीत सके हैं .

आज भारतीय बैडमिंटन संगठन की कार्यकारिणी की नईदिल्ली में बैठक है, भारतीय बैडमिंटन संगठन महासचिव संजय मिश्रा ने इस सफलता को ऐतिहासिक बताते हुए कहा बी ए आई की बैठक नहीं होती तो फाइनल के यादगार क्षणों को देखने बैंकाक जरुर जाते, विमलकुमार को उम्मीद थी कि हमारी टीम इस बार फाइनल खेल सकती है, तब मैंने कहा ताकि तो मैं बैंकाक आऊंगा, भारतीय बैडमिंटन संगठन अध्यक्ष असम मुख्यमंत्री हिमान्ता बिस्वा सरमा , महासचिव संजय मिश्रा और कोषाध्यक्ष अरुण लखानी ने भी भारतीय टीम को बधाई दी एवं कहा कि इससे भारत में बैडमिंटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा , हमने जो भारतीय टीम चुनी वह अब तक की सर्वश्रेष्ठ हैं, हमारी सफलता ने चयन मुकाबले की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है, भारतीय बैडमिंटन संगठन उपाध्यक्ष पुलैला गोपीचंद ने कहा यह विश्व कप क्रिकेट 1983 की तरह ही बैडमिंटन में भारत की सफलता हैं. महान खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने कहा हमारे सारे टाप खिलाड़ी खेले और पुरुष युगल में भी मजबूत जोड़ी होने से ही हमें ये शानदार सफलता मिली हैं, हम 1979 में डेनमार्क से सेमीफाइनल में हारे थे, इस बार हमारी टीम ने उन्हें भी सेमीफाइनल में हराया हैं, डेनमार्क टीम काफी मजबूत टीम हैं, 43 साल पहले सेमीफाइनल खेली भारतीय टीम के सितारे प्रकाश पादुकोण, पार्थों गांगुली, प्रदीप गंधे, संजय शर्मा और उदय पवार ने कहा “यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ भारतीय पुरुष टीम हैं,बधाई”

मप्र का प्रियांशु राजावत भी भारतीय टीम में

भारतीय टीम में मध्यप्रदेश,धार का 20वर्षीय प्रियांशु राजावत भी है, जो अमेरिका विरुद्ध समूह लीग मैच खेला और जीता भी, प्रियांशु राजावत भारतीय टीम चयन मुकाबले में अव्वल रहकर भारतीय टीम में शामिल हुआ, इंदौर में जन्मा प्रियांशु इस समय गोपीचंद एकेडमी हैदराबाद में हैं .

प्रधानमंत्री की बधाई और एक करोड़

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय टीम को बधाई दी, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विजेता भारतीय टीम को एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की है .

दक्षिण कोरिया को दूसरी बार युबेर कप

दक्षिण कोरिया ने गत विजेता चीन को 3-2 से हराकर उलटफेर कर महिलाओं की युबेर कप दूसरी बार जीता, 15 बार की विजेता चीन 19वां फाइनल खेलकर चौथी बार ही फाइनल में हारा है, 2010,क्वालालम्पुर, मलेशिया में में भी कोरिया ने फाइनल में चीन को 3-1से हराकर पहली बार युबेर कप जीता था . ओलंपिक विजेता चेन युफेई, विश्व नंबर 4 एन से युंग से 17-21,21-15,22-20 से बड़ी मुश्किल से जीती विश्व नंबर दो ली सोहीऔर शिन सेयुंग चान ने विश्व विजेता चेन क्विंग चेन और जिआ यि फान को 12-21,21-18,21-18 से हराया ही बिंग्जिआओ ने किम गाईयुन को 21-12,21-13 से हराकर चीन को 2-1 से आगे किया, कोरियाई जोड़ी ने दूसरा युगल तीन गेमों में जीत 2-2 की बराबरी की, निर्णायक मैच में विश्व नंबर 46 सिम युजिन ने एशियाई विजेता विश्व नंबर 15 वांग झि यि को एक घंटे 28 मिनट में 28-26,18-21,21-8 से हराया, 23 वर्षीय सिम ने 13 भी को ही अपना जन्मदिन मनाया है, कोरिया नवीं बार फाइनल खेला,