मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश का दौर जारी है और राज्य ने अब तक सामान्य बारिश के आंकड़े को पार करने के लिए केवल 2 इंच की बारिश की आवश्यकता है। मौसम विभाग ने बुधवार को भोपाल समेत कई जिलों में बारिश की सूचना दी, जबकि अन्य स्थानों पर धूप रही। वर्तमान मौसम प्रणाली की स्थिति और भविष्यवाणी के आधार पर, यहां की बारिश की स्थिति का विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश जारी है, हालांकि प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ प्रदेश से दूर हैं। बुधवार को भोपाल में सुबह धूप के बाद दोपहर में बारिश शुरू हुई। मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों में प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। अब तक राज्य में 95% बारिश हो चुकी है, जो औसतन 35.3 इंच से अधिक है। यदि अगले कुछ दिनों में 2 इंच और बारिश होती है, तो यह वर्ष सामान्य बारिश वाला साल माना जाएगा।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
श्योपुर, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, ग्वालियर और सिंगरौली में बिजली के साथ भारी बारिश की संभावना है। विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर और हरदा में मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है। दतिया, टीकमगढ़, बैतूल, देवास, छिंदवाड़ा और अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
भोपाल में इस मानसून सीजन के दौरान अब तक 42.5 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश के कोटे से 113% अधिक है। सामान्य बारिश की मात्रा 37.6 इंच है, लेकिन जुलाई और अगस्त में अधिक बारिश के कारण इस सीजन का कोटा पूरा हो गया है। सितंबर की बारिश अब बोनस के रूप में देखी जा रही है, जिससे बारिश 13% अधिक हो गई है।
इन जिलों में हुई इतनी बारिश
मंडला में सबसे ज्यादा 47.19 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सिवनी में 46 इंच से अधिक बारिश हुई है। यह आंकड़े मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की व्यापकता को दर्शाते हैं और दर्शाते हैं कि मानसून का प्रभाव इस वर्ष काफी मजबूत रहा है। इस प्रकार, मध्य प्रदेश में मौजूदा बारिश की स्थिति और आगामी पूर्वानुमान को देखते हुए, राज्य को सामान्य बारिश का आंकड़ा पार करने के लिए केवल थोड़ी और बारिश की आवश्यकता है।