IMD Alert: भारी बारिश की भविष्यवाणी भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 18 सितंबर तक छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
देश में मौसम का मिजाज
15 सितंबर को दक्षिण झारखंड में भारी बारिश की संभावना है, जबकि 15 से 17 सितंबर के दौरान छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में और 17 और 18 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि इस भारी बारिश का कारण पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र और उससे सटे बांग्लादेश में बने गहरे दबाव का प्रभाव है।
ऑरेंज अलर्ट जारी IMD ने 15 सितंबर को ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, 15 और 16 सितंबर के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में और 18 से 20 सितंबर के बीच असम और मेघालय में ऑरेंज अलर्ट रहेगा। उत्तर-पश्चिम भारत में 16 और 17 सितंबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश और 17 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
IMD ने जारी किया भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग (IMD) ने 13 सितंबर को उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में भी बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 16 और 17 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है, खासकर छत्तीसगढ़ में 15 से 17 सितंबर के बीच भारी बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में मौसम दक्षिण भारत में तटीय कर्नाटक, केरल, माहे और लक्षद्वीप में छिटपुट से लेकर व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, जबकि अन्य क्षेत्रों में सप्ताह भर में छिटपुट वर्षा का अनुमान है। मछुआरों के लिए चेतावनी मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 16 सितंबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से और बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल, और ओडिशा के तटों पर यात्रा से बचें। 15 से 16 सितंबर की सुबह तक इन क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब रह सकती है।
गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना
इसके अलावा, 14 सितंबर की रात से 15 सितंबर की सुबह तक पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, उत्तरी ओडिशा, और झारखंड के आसपास के क्षेत्रों में 45-55 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो बढ़कर 50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं। 15 सितंबर की शाम से 16 सितंबर की शाम तक उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के पड़ोसी क्षेत्रों में 40-50 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं, जो बढ़कर 60 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं। इन भविष्यवाणियों और चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए, प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए और मौसम अपडेट्स पर नजर रखनी चाहिए।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की उम्मीद
मौसम विभाग ने 19 से 25 सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की संभावना जताई है। इस अवधि के दौरान, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में मानसून के लौटने की परिस्थितियाँ अनुकूल होने की उम्मीद है। आमतौर पर, दक्षिण-पश्चिम मानसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू हो जाता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापसी कर लेता है।
मानसून सीजन की स्थिति
इस साल मानसून सीजन के चार महीनों में, जून से लेकर अब तक देश में 836.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से आठ फीसदी अधिक है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में मौसम की स्थिति को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी है। गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना के कारण, प्रभावित क्षेत्रों में एहतियात बरतना जरूरी होगा।