वन्यप्राणी तेन्दुआं के शिकार करने वाला गिरोह का हुआ खुलासा, सामने आई तस्वीरें

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मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) वन्यप्राणी मुख्यालय को प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर वन्यप्राणी के शिकार कर उसके अवयवों के अवैध परिवहन एवं अवैध व्यापार के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स, वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो एवं स्पेशल टास्क फोर्स (पुलिस) के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से संयुक्त कार्यवाही करते हुये पेटलावद राजोद मार्ग पर मैन्सोला चौपाटी आसपास कुछ व्यक्ति वन्यप्राणी के अवयवों के बेचने की फिराक में थे।

मुखबिर की ठोस सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुये कुल 06 आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर उसके पास से वन्यप्राणी तेन्दुऐं की खाल 01 नग, 06 नग नाखून, 08 नग मोबाईल, एवं 01 नग चार पहिया वाहन Tavera व 01 नग दो पहिया HF Deleuxe वाहन जप्त कर वन अपराध प्रकरण क्रमांक 237/02 दिनांक 29.10.2021 वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराजो के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया।

उक्त प्रकरण में अग्रिम विवेचना जारी है गिरफ्तार आरोपी अलीराजपुर 04, घार 02 जिले के निवासी है। समस्त आरोपियों को विशेष न्यायालय इंदौर में आज दिनांक 30.10.2021 को पेश कर रिमाण्ड पर लिया जायेगा। गिरफ्तार आरोपियों में 02 शिक्षक है।

स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स के द्वारा पुनः आमजन मानस से अपील की जाती है कि वन्यप्राणियों के अवयवों के संबंध में समाज में फैली हुई भ्रांतियों व अधविश्वास से बचे तथा उक्त अपराधिक प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों / गिरोह के बहकावे में न आवे उक्त कृत्य से जहाँ एक ओर निरीह व दुर्लभ वन्यप्राणियों का शिकार को बढ़ावा मिलता है वहीं दूसरी ओर संबंधित व्यक्ति को कानूनी कार्यवाही का भागीदारी बन जेल भी जाना पड़ सकता है। वन्यप्राणी से संबंधित अपराध अजमानती होते हैं व इसमें 07 वर्ष तक की कठोर सजा का प्रावधान है।