Heritage Liquor Mond: मध्यप्रदेश अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है यहां एक से बढ़कर एक शानदार टूरिस्ट प्लेस मौजूद है जहां पर हमेशा ही पर्यटकों की भीड़ लगी हुई रहती है। देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी यहां पर सैलानी आते हैं। जो प्रदेश की खूबसूरती को निहारते हुए हमेशा दिखाई देते हैं। मध्यप्रदेश में ऐसे कई हिल स्टेशन भी मौजूद हैं। जिनकी खूबसूरती आप को और कहीं देखने को नहीं मिलेगी।
ऐसे में मध्यप्रदेश टूरिस्टो के लिए काफी शानदार जगह है। देखा जाए तो पूरी प्लस पर हर तरह के पर्यटक आते हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश टूरिज्म (MP Tourism) विभाग द्वारा बार का भी संचालन किया जाता है। जहां पर शराब का सेवन करने के लिए पर्यटक आते हैं। हालांकि शराबी कई तरह की क्वालिटी आज बाजार में मौजूद है। लेकिन इन दिनों पर्यटकों को महुआ शराब जिसे हेरिटेज लेकर भी कहा जाता है।
बता दें कि MP Tourism विभाग द्वारा अब कई क्वालिटी के साथ में महुआ की शराब भी पर्यटकों को परोसी जा रही है। गौरतलब है कि टूरिज्म विभाग बार में सैलानियों को अंग्रेजी शराब छोड़ का स्वाद दिला रहे हैं। गौरतलब है कि पर्यटकों को इसका स्वाद टेस्ट करवाने के लिए फिलहाल एमपी टूरिज्म के द्वारा 60ml का जो पैग आता है। उसे अभी फ्री में ही परोसा जा रहा है।
हालांकि इसे फ्री में प्राप्त करने के लिए एक शर्त को भी पूरी पूरा करना रहता है। जोकि है फीडबैक फॉर्म है। जी हां फार्म को भरने के बाद 60ml का मॉन्ड का पैग फ्री में दिया जाता है। महुआ की शराब को जिसे मॉन्ड कहा जाता है। इसे आदिवासियों के द्वारा बनाया जाता है और वे इसे आज से नहीं कई सदियों से बनाते आ रहे हैं जो कि मार्केट में काफी ज्यादा डिमांडेड रहती है। सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए यह तरीका अपना रही है।
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सरकार हेरिटेज लिकर को नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल मार्केट में भी बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। फिलहाल तो मध्यप्रदेश टूरिज्म विभाग द्वारा बार में इसे फ्री में परोस कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसका स्वाद पहुंचाया जा रहा है। इतना ही नहीं इसका फीडबैक भी लिया जा रहा है ताकि इसमें किस तरह का बदलाव किया जाए ताकि यह नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट में भी अपनी पकड़ बना सके। पहले चरण में 800 बोतल को पर्यटन विभाग के बार में पर्यटकों के लिए उपलब्ध करवाई गई है।
गौरतलब है कि वैसे तो आज बाजार में कई तरह की ब्रांडेड ड्रिंक मौजूद है। लेकिन फिलहाल MP टूरिज्म विभाग हेरिटेज लिकर को बढ़ावा दे रहे हैं। अभी तक इसको लेकर कई तरह के फीडबैक भी लोगों से मिल रहे हैं। जिसमें लोगों ने इसके स्वाद लेने के बाद में अपनी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि टूरिज्म विभाग भी यही चाहता है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा अच्छा फीडबैक मिले ताकि इसे बड़े स्तर पर पहुंचाया जा सके।
फार्म में फीडबैक के रूप में देना होती है यह जानकारी
बता दें कि मॉन्ड को पीने के बाद पीने वाले व्यक्ति को फार्म में, स्वाद, नाम, मोबाइल नंबर, पानी से पी है या सोडा, साथ में क्या-क्या बना लिया है और इसके टेस्ट को और कैसे बढ़ाया जा सकता है काफी कुछ जानकारियां ली जाती है। इतना ही नहीं इस फीडबैक में इसकी बड़ी बोतल की डिमांड ज्यादा रहेगी है यह छोटी की इसको लेकर भी जानकारी ली जा रही है।
आदिवासियों द्वारा बनाई गई मॉन्ड को पीने वालों ने अभी तक कई तरह के अपने फीडबैक दिए हैं। जिसमें बोतल की डिजाइन से लेकर इसके टेस्ट को बेहतर बनाने तक कई सारी बातें सामने आई है। हालांकि अभी भी इसकी टेस्टिंग की जा रही है। लोगों से मॉन्ड इंप्रूवमेंट को लेकर कई तरह के सवाल किए जा रहे हैं लोग अपनी तरफ से भी काफी अच्छे सुझाव दे रहे हैं।
बात करें मॉन्ड को बनाने की तो मध्यप्रदेश में आदिवासियों द्वारा कई सदियों से महुआ का उपयोग कर शराब बनाई जा रही है आज भी बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जो इसी के नाम से पहचाने जाते हैं। खबरों की माने तो मॉन्ड शराब को होटल रेस्टोरेंट एयरपोर्ट जोकि चिन्हित रहेंगे इन पर बेचा जाएगा। बताया जा रहा है कि सरकार इसके लिए अलीराजपुर डिंडोरी में हेरिटेज प्लांट भी लगा दिए हैं। वहीं अब खंडवा में विष के प्लांट लगाने की योजना बनाई जा रही है।