जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती की रिहाई होते ही प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हो चली है. बता दें कि प्रदेश में भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने के बाद से ही महबूबा को नजरबंद कर दिया गया था. मंगलवार रात को वे नजरबंदी से रिहा हो गई थी. इसके बाद बुधवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूख अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला महबूबा से मिलने के लिए उनके निवास पर पहुंचे थे. जबकि गुरुवार को अब्दुल्ला के निवास पर गुपकर समझौते को लेकर बैठक हुई. इस बैठक में महबूबा मुफ्ती ने भी हिस्सा लिया. जबकि अन्य दलों के नेता भी इस दौरान अब्दुल्ला के घर पर इस मीटिंग में शरीक हुए.
गुपकार समझौते का नाम बदला जाएगा
इस बैठक में पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के साथ ही पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस एवं अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने भी भाग लिया. इस दौरान बैठक में गुपकार समझौते का नामा बदलने को लेकर सहमति बनी. अब इसे ‘पीपल एलायंस गुपकार समझौता’ के नाम से जाना जाएगा.
फिर होगी सभी पार्टियों की बैठक : अब्दुल्ला
पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि, इसे लेकर एक बार फिर सभी दलों की बैठक होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि, सरकार के ख़िलाफ़ जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के लिए भी हमारी लड़ाई जारी रहेगी. जबकि उन्होंने महबूबाए मुफ्ती की नजरबंदी को गैरकानूनी बताया. बता दें कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त कर दिया गया था. इसके बड़ा से ही महबूबा नजरबंद थी.