गुना। गुना जिले के कुंभराज का धनिया विदेशों में इतना लोकप्रिय है कि विदेशों में सेलिंग करने वाले व्यापारियों की पौ बारह हो रही है। कुंभराज का धनिये की मांग विदेशों में इतनी अधिक है कि यह तीस हजार प्रति क्विंटल तक बिक जाता है, जबकि सामान्य रूप से धनिया दस से बारह हजार रूपए क्विंटल ही बेचा जाता है।
स्थानीय व्यापरियों के अनुसार गुना जिले के कुंभराज में बने धनिया लंदन, जर्मनी, अमेरिका में हर वर्ष एक्सपोर्ट किया जाता है तथा इसकी मांग हमारे ही देश के कई शहरों में भी लगातार बनी रहती है। हालांकि देश में इसके भाव इतने अधिक नहीं लगाए जाते है जितने विदेशों से व्यापारियों को मिलते है।
महानगरों के व्यापारी उठाते है माल
स्थानीय व्यापारियों द्वारा यूं तो स्थानीय स्तर पर धनिया बेचा जाता है लेकिन यहां के व्यापारियों से माल उठाने का काम करते है महानगर के व्यापारी। इनमें दिल्ली व मुंबई के व्यापारी अधिकांश रूप से शामिल है। बताया गया है कि महानगर के ही व्यापारियों द्वारा विदेशों तक कुंभराज का धनिया एक्सपोर्ट करने का काम करते है।
महक से पहचान है इस धनिये की
रसोईघर में भोजन बनाने के लिए धनिया बहुत उपयोगी होता है, यही कारण है कि हर दिन ही व्यापारियों के यहां से लोग धनिया खरीदते है। वैसे कुंभराज के धनिये की महक ही इसकी विशेष रूप से पहचान बनी हुई है तथा रंग में भी अंतर है। किसानों ने बताया कि धनिये को तैयार करने में विशेष प्रक्रिया अपनाई जाती है और पूरी तरह पकने के पहले ही इसे काट लिया जाता है। किसान इसे धूप में सुखाने की बजाय छांव में सुखाते है।
मसाला कंपनियों में भी मांग
स्थानीय किसानों व व्यापारियों ने बताया कि कुंभराज में पैदा होने वाले धनिये की मांग कई मसाला कंपनियों में भी बनी हुई है। अधिकांश कंपनियां साीधे ही व्यापारियों से संपर्क कर धनिया खरीदने का काम कर रही है। लाखों बोरियों की खरीदी का कॉन्ट्रेक्ट कंपनियों द्वारा स्थानीय व्यापारियों से किया जाता है। इसके अलावा किसानों से भी स्थानीय व्यापारियों द्वारा धनिया खरीदकर दिल्ली मुंबई के बड़े व्यापारियों को बेचा जाता है।