मोहर्रम के अशारा मुबारका में इंदौर आए जनाब ताहेर भाईसाहब हुसामुद्दीन का भव्य स्वागत

Shivani Rathore
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इंदौर। दाउदी बाेहरा समाज के हिजरी नववर्ष के पहले माह मोहर्रम की दो तारीख (08-जुलाई) सोमवार से‌ मोहर्रम की दस तारीख (16-जुलाई) मंगलवार तक‌ सैफी नगर मस्जिद में अशारा मुबारका की नौ दिनी वाआज (प्रवचन) फरमाने समाज के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की और से मुंबई से विमान द्वारा इंदौर विमानतल पर तशरीफ़ लाए जनाब ताहेर भाईसाहब हुसामुद्दीन साहेब का अंजुमने सैफी दाऊदी बोहरा जमात की और से बुके भेंट कर शेख बाकीर भाई दवाई वाला, मज़हर हुसैन सेठजी वाला, बुरहानुद्दीन शकरुवाला, जुजर देवास वाला, इकबाल चप्पु, हैदर महुवाला, मोहम्मद पिठा वाला, युनुस सलीम, खुजेमा बृट वाला, मुस्तफा हवेली वाला, जोएब कन्नौज वाला सहित बड़ी संख्या में उपस्थित समाजवासीयों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। विमान तल सैफी नगर तशरीफ़ लाने पर जनाब ताहेर भाईसाहब को बुरहानी स्काउट बैंड ने सलामी पेश की। जनसंपर्क समिति इंदौर के मीडिया प्रभारी बुरहानुद्दीन शकरुवाला ने बताया कि इमाम हुसैन उनके परिजनों और साथियों के लिए इराक के तपते रेगिस्तानों से होकर करबला तक कि यात्रा एक ऐसी यात्रा थी जो अंतत उनकी शहादत पर समाप्त हुई। यह एक ऐसी लड़ाई की यात्रा थी जहां उन्होंने अभद्रता, अनैतिकता और अमानवीयता की ताकतों के खिलाफ अपना अंतिम मोर्चा संभाला। और मानव जाति के इतिहास में सबसे ऊंचे स्थान प्राप्त किया।मज़हर हुसैन सेठजी वाला ने बताया कि सैफी नगर मस्जिद में जनाब ताहेर भाईसाहब हुसामुद्दीन साहेब करबला की दास्तान व इमाम हुसैन व 72 शहीदों की शहादत पर मोहर्रम के अशारा मुबारका की नौ दिनी वाअज़ (प्रवचन) फरमाऐंगे।