पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा ने शहर में बढ़ रहे कोरोना मरीजों एवं महामारी में हो रही लापरवाही को लेकर कहा है कि यह भविष्य के लिए अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। इसके परिणाम से संपूर्ण शहर को भविष्य में भुगतना पड़ सकते हैं। शासन प्रशासन के सभी प्रयासों को हम शहर वासियों ने ज्यादा सामाजिक होने उत्सव प्रेमी तथा जीभ के स्वाद की भीड़ ने सभी प्रयासों को विफल कर दिया है।
कोरोना वायरस के प्रारंभ से आज तक 1 दिन में 800 के अधिक मरीजों का आंकड़ा नहीं आया लेकिन आज यह आंकड़ा भी हम देख रहे हैं और यह लगातार बढ़ने की ओर जा रहा है। हम सब रोजगार व्यापार धंधे चलाते-चलाते असावधानी में फिर लॉकडाउन को न्योता तो नहीं दे रहे है। आज अस्पतालों में जगह की कमी है। ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त नहीं होना, दवाइयों की परेशानी बढ़ती जाना, इस बात का संकेत नहीं है कि हम अपने परिजनों परिचितों को भगवान भरोसे छोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
यह सभी दृश्य जो आज दिखाई दे रहे हैं आने वाले भयानक कल की दस्तक तो नहीं है। जिसे हम अनसुना करके शहर को महामारी के सुपुर्द करने का काम तो नहीं कर रहे हैं। हम सचेत हो स्वविवेक और प्रेरणा से इस भयानक महामारी का सामना कर वास्तव में अपने शहर को उत्सव मनाने का अवसर दें पर अभी हम सब संयम रखकर बचाव के नियमों का पालन करें। हर जगह भीड़ लगाने के बजाय भीड़ लगाएं अच्छी संख्या में लगाएं पर सिर्फ वैक्सीनेशन सेंटरों पर लगाएं।