मध्यप्रदेश में अब हेलीकॉप्टर से यात्रा करना आसान होने जा रहा है। सरकार ने राज्य के 54 शहरों और पर्यटन स्थलों को हवाई मार्ग से जोड़ने का फैसला किया है। यह कदम पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
हेलीकॉप्टर सेवा: अब आसमान से होगी यात्रा
मध्यप्रदेश सरकार ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत 54 शहरों और पर्यटन स्थलों में हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने का फैसला किया है। इस सेवा के जरिए प्रमुख शहरों, पर्यटन स्थलों और इको-टूरिज्म साइट्स के बीच आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा। यह सेवा निजी ऑपरेटरों द्वारा संचालित की जाएगी और इसके लिए कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है।
इस सेवा को तीन अलग-अलग सेक्टरों में बांटा गया
सेक्टर-1: इसमें इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, मांडू, महेश्वर, और भोपाल जैसे महत्वपूर्ण शहर शामिल हैं।
सेक्टर-2: इस सेक्टर में भोपाल, पचमढ़ी, सांची, ग्वालियर, और ओरछा जैसे ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल शामिल हैं।
सेक्टर-3: जबलपुर, बांधवगढ़, कान्हा, चित्रकूट, खजुराहो, और पन्ना जैसे राष्ट्रीय उद्यान और धार्मिक स्थल इस सेक्टर का हिस्सा हैं।
सरकारी सहायता और नए मेडिकल पद
सरकार ने इस हेलीकॉप्टर सेवा को सुचारू रूप से चलाने के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) का प्रावधान किया है। इसके तहत ऑपरेटरों को सालाना 35.40 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
इसके अलावा, कैबिनेट ने राज्य के 13 मेडिकल कॉलेजों में 354 नए सीनियर रेसीडेंट पदों के सृजन को भी मंजूरी दी है। इन पदों से मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की कमी दूर होगी और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आएगा।
थर्मल पावर प्लांट और पीएम धार्मिक पर्यटन हेली सेवा
कैबिनेट की बैठक में सतपुड़ा और अमरकंटक थर्मल पावर प्लांट की बढ़ी हुई लागत को भी मंजूरी दी गई, ताकि इन परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके।
आपको बता दें कि सरकार ने 13 जून 2024 को पीएम धार्मिक पर्यटन हेली सेवा शुरू की थी, जिसके तहत भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन और खजुराहो जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों को हवाई मार्ग से जोड़ा गया है। यह नई पहल इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।