गाजियाबाद। हालही में उत्तरप्रदेश के मुरादनगर श्मशान घाट की छत ढह जाने से कई लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए। जिसके बाद इस मामले में यूपी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने सभी आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने का आदेश दिया है। आपको बता दे कि, इस हादसे में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने नगरपालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष के अलावा ठेकेदार अजय त्यागी को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
उल्लेखनीय है कि, इस हादसे के बाद प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को नाराजगी जताते हुए इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए थे। वही, कमिश्नर और गाजियाबाद के डीएम समेत कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। साथ ही सरकार ने ऐलान किया है कि, मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया गया है।
आपको बता दे कि, श्मशान घाट की गैलरी का निर्माण लगभग 2 महीने पहले ही पूरा हुआ था और लेंटर 15 दिन पहले ही खुला था। जिसके लिए 55 लाख रुपये का ठेका दिया गया था। साथ ही जिस तरह की निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया, उस पर मौके पर आई एनडीआरएफ की टीम ने भी सवाल भी उठाए हैं।
दरअसल रविवार को मुरादनगर के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार में जुटे लोगों पर छत ढह गई थी। जिसके मलबे में दबकर 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 17 घायल हो गए। यही सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे। यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ था। दरअसल, मुरादनगर में रहने वाले फल विक्रेता जयराम की रविवार सुबह ही मौत हो गई थी। जयराम के परिजन और उनके जानकार मुरादनगर के श्मशान घाट में उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे। अंतिम संस्कार के बाद जब बारिश होने लगी तो लोग बारिश से बचने के लिए लेंटर के नीचे खड़े हो गए। उसी दौरान ये छत भरभरा कर गिर गई।