देश और प्रदेश में नाबालिग लड़कियों के साथ हर रोज कोई न कोई अप्रिय घटना घटित हो ही जाती हैं। जिनमें ज्यादातर आरोपी या तो करीबी रिश्तेदार होते हैं या कोई दोस्त या आस पड़ोस के लोग। ऐसा ही चौंकाने वाला मामला उज्जैन से सामने आया हैं। जहाँ इंदौर नगर निगम के एक कर्मचारी ने 14 साल की नाबालिग का बंधी बनाकर रेप किया और जान से मारने की कोशिश की।
एक निजी अख़बार के हवाले से पीड़िता ने आपबीती सुनाते हुए कहा- “मेरी मां कुछ दिन पहले ही मामा के गांव गई हैं। और पापा भी दिन में ऑफिस चले जाते हैं। घर में मैं अकेली रह जाती हूँ। अकेली रहने की वजह से घर में बोर होने लगी तो अपनी सहेली के घर चली गई। जिसका घर मेरे घर के पड़ोस में ही था। लेकिन उसने कुछ देर बात की और फिर वह नहाने के लिए बाथरूम में चली गई। मैं उसका बाहर ही इन्तजार कर रही थी तभी अचानक छत से उसका (सहेली का) बॉयफ्रेंड जिसका नाम सोनू हैं, घर में आ गया। और मेरे साथ जबरदस्ती करने लगा। मैनें जब शोर मचाया तो मेरा मुहं बंद कर दिया और जबरदस्ती पास की सरकारी धर्मशाला में ले गया।
वहां मुझे 6 घंटे तक अगवा करके रखा। और डरा धमका कर रेप करता रहा। जब मैनें विरोध किया तो मारपीट करने लगा और गला दबाकर मारने की कोशिश करने लगा। इतने में वहां मेरे पापा आ गए जिससे मेरी जान बच गई।”
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इस मामले में पुलिस से पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना उज्जैन के वृंदावनपुरा इलाके की हैं। आरोपी सोनू इंदौर नगर निगम का कर्मचारी हैं। और भोपाल का रहने वाला हैं। वहीं उज्जैन में उसके मामा का घर होने की वजह से उसका आना जाना लगा रहता हैं।
साथ ही ये भी जानकारी मिली हैं कि पीड़िता की सहेली के साथ आरोपी सोनू के पिछले 2 साल से करीबी रिश्तें थे। और उसने घटना के एक दिन पहले ही पीड़िता को भी अपने प्रेम जाल में फंसाने के लिए प्यार का इजहार किया था। और कथित तौर पर ट्यूबलाइट से अपना हाथ काटकर पीड़िता की मांग भी भरी थी।