मध्य प्रदेश में वित्तीय संकट: 4 लाख करोड़ का कर्ज, प्रदेश में घोषणाओं का सिलसिला अभी भी जारी

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Mp Election 2023: मध्य प्रदेश की वित्तीय स्थिति काफी खराब होती जा रही है। शिवराज सरकार ने नयी योजनाओं को पूरा करने के लिए कर्ज लिया है और सभी विभागों को 25 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने की अनुमति नहीं दी है। इससे पहले सरकार ने कई बार कर्ज लिया है, जिससे राज्य का खजाना खाली हो गया है। एमपी सरकार के पास अब लगभग 4 लाख करोड़ का कर्ज है।

बता दे कि, मध्य प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा हैं, और सरकार कर्ज लेने के बारे में सोच रही है। शिवराज सरकार ने हाल ही में 3000 करोड़ का कर्ज लिया है, जिससे उनकी कर्ज की रकम और बढ़ गई है। इससे पहले भी सरकार ने बार-बार कर्ज लिया है, जिसके कारण राज्य के वित्तीय स्वास्थ्य पर सवाल उठ रहे हैं।

मध्य प्रदेश सरकार के पास अब लगभग 4 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है, और यह आंकड़ा बढ़ रहा है। सरकार ने ब्याज के साथ अपने कर्ज को बढ़ाते हुए हर साल कर्ज लिया है, जिससे राज्य की आर्थिक चुनौतियाँ बढ़ गई हैं।

मध्यप्रदेश के वित्तीय स्थिति के आधार पर, प्रदेश के हर नागरिक पर लगभग 40,000 रुपये से अधिक का कर्ज है, और सरकार ने इस साल में 13 बार अलग-अलग तारीखों पर कर्ज लिया है। इसके बाद भी नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने तक सरकार का कर्ज लेने का प्रयास जारी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वित्तीय समस्याओं का समाधान अब तक संभावना से अधिक मुश्किल है।