देश में अभी भी कोरोना से ही पीछा नहीं छूटा था इस बीच एक और संक्रमण तेज़ी से फैलता जा रहा है, इतना ही नहीं इस संक्रमण के नए ने प्रकार भी सामने आ रहे है। ऐसे में कई राज्यों में ब्लैक फंगस के इतने ज्यादा मरीज मिलने से लोगों के मन में इस बीमारी को लेकर डर भी बढ़ रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र भी एक ऐसा राज्य है जहां ब्लैक फंगस के मरीज लगातार सामने आ रहे है, इसी क्रम में आज शुक्रवार को राज्य की उद्धव सरकार ने राज्य के प्राइवेट अस्पतालों में म्यूकरमाइकोसिस के रोगियों के उपचार को लेकर शुल्क की सीमा तय कर दी है।
बता दें कि महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के 5 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके है, और इसी क्रम में आज राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक अधिसूचना जारी की, जिसमें बम्बई पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम, 1950 के तहत पंजीकृत सभी धर्मार्थ अस्पतालों को म्यूकरमाइकोसिस रोगियों का इलाज करते समय इस शुल्क सीमा का पालन करने के लिए कहा गया है, इसके अनुसार ब्लैक फंगस के उपचार के लिए 28 प्रकार की सर्जरी चिह्नित की हैं।
आज राज्य सरकार द्वारा जारी हुई इस अधिसूचना में ये साफ़ कहा गया है कि तीसरी श्रेणी के शहरों में सर्जरी का न्यूनतम शुल्क लगभग 6000 रुपये तय किया गया है और ये मरीज के संक्रमण की जटिलता के आधार पर 1 लाख तक पहुच सकता है। साथ ही इस अधिसूचना में क्षेत्र और उपचार के प्रकार के अनुसार शुल्क का उल्लेख किया गया है। वही अब तक इस संक्रमण से 476 लोगों की मौत हो गई है।