स्वच्छता में चमके उत्तराखंड के नगर, ऋषिकेश ने हासिल किया शिखर स्थान, गंगा घाट सबसे साफ

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By Abhishek SinghPublished On: July 18, 2025

राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्तराखंड के 107 शहरी निकायों में से 27 की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। गंगा घाटों की स्वच्छता के मामले में ऋषिकेश के घाट सर्वाधिक स्वच्छ घोषित किए गए हैं। शहरी विकास विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों जैसे छोटे निकायों ने बीते वर्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हुए अधिक अंक अर्जित किए हैं। कई निकायों की स्थिति में 2800 अंकों से भी ज्यादा का सुधार दर्ज किया गया है।

50 हजार से तीन लाख की आबादी वाले श्रेणी में रुद्रपुर की रैंकिंग में 349, डोईवाला में 1219, पिथौरागढ़ में 2434, कोटद्वार में 73, ऋषिकेश में 55 और रामनगर में 1913 अंकों का सुधार दर्ज किया गया है। वहीं, 20 हजार से 50 हजार की आबादी वाले निकायों की बात करें तो मसूरी की रैंकिंग में 1172, मुनि की रेती में 627, टिहरी में 1770, लक्सर में 1031, सितारगंज में 2844, टनकपुर में 2869, अल्मोड़ा में 2334, बागेश्वर में 2502, बाजपुर में 2267 और नैनीताल में 776 अंकों का सुधार हुआ है।

इसी तरह, 20,000 से कम आबादी वाले नगर निकायों की श्रेणी में लालकुआं की रैंकिंग में 1697, भीमताल में 2857, भवाली में 2738, चिन्यालीसौड़ में 2651, विकासनगर में 2173, बड़कोट में 2884, गुलरभोज में 1566, नरेंद्रनगर में 809, लोहाघाट में 1967 और भिकियासैंण में 1636 अंकों का सुधार देखा गया है। दूसरी ओर, हल्द्वानी, हरिद्वार, काशीपुर और रुड़की जैसे बड़े शहर अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए और उनकी रैंकिंग में खास सुधार नहीं हुआ।

गंगा टाउन रैंकिंग में उत्तराखंड की बड़ी छलांग

इस श्रेणी में प्रयागराज को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। उत्तराखंड के मुनिकीरेती को 17वां, हरिद्वार को 18वां, गौचर को 27वां, श्रीनगर को 30वां, चमोली-गोपेश्वर को 32वां, रुद्रप्रयाग को 34वां, बाड़ाहाट (उत्तरकाशी) को 38वां, नंद्रप्रयाग को 40वां, कर्णप्रयाग को 43वां, कीर्तिनगर को 46वां और जोशीमठ को 57वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस रैंकिंग में देश के विभिन्न राज्यों के कुल 88 नगर निकायों को शामिल किया गया था।

इन शहरों ने रैंकिंग में बिखेरी सफाई की रौशनी

केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जारी स्वच्छता रैंकिंग में इस बार लालकुआं को ‘उभरते स्वच्छ शहर’ के रूप में राष्ट्रपति से सम्मान मिला है। वहीं रुद्रपुर और मसूरी ने भी इस सूची में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।

पिछले वर्ष नगर निगम देहरादून और नगर पालिका मुनिकीरेती को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया था। इस बार देहरादून नगर निगम की राष्ट्रीय रैंकिंग में छह अंकों का सुधार जरूर हुआ है, लेकिन राज्य स्तर पर इसकी स्थिति गिरकर 13वें स्थान पर पहुंच गई है। इसी तरह, मुनिकीरेती की राज्य रैंकिंग भी अपनी श्रेणी में पिछलते हुए 17वें स्थान पर आ गई है। डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण के मामले में भी राज्य का प्रदर्शन घटा है, जो पिछले वर्ष 69.76 प्रतिशत था और अब घटकर 56.6 प्रतिशत रह गया है।