गर्मियों का मौसम पौधों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर जब तापमान तेजी से बढ़ने लगता है। इसी दौरान शमी के पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, जो पोषक तत्वों की कमी का संकेत देती है।
ऐसे में पौधे को समय पर पौष्टिक खाद देना जरूरी हो जाता है ताकि वह हरा-भरा बना रहे और उसकी वृद्धि सामान्य रूप से होती रहे।

पौधे को दें ये खास 3 प्रकार की खाद
अगर आप चाहते हैं कि गर्मियों में शमी का पौधा स्वस्थ और घना बना रहे, तो नीचे दी गई तीन खास जैविक खादों का उपयोग ज़रूर करें:
1. वर्मी कम्पोस्ट
यह एक जैविक खाद होती है जो मिट्टी की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है। इससे मिट्टी में जल धारण की क्षमता और हवा का प्रवाह बढ़ता है, जिससे जड़ों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है।
2. एप्सम सॉल्ट (Epsom Salt)
इसमें मैग्नीशियम और सल्फर जैसे तत्व होते हैं जो पौधे की हरी पत्तियों और नई कलियों के लिए बेहद जरूरी होते हैं। यह खाद पौधे की वृद्धि को तेज करता है और उसे पोषण भी देता है।
3. सरसों की खली
सरसों की खली नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे तत्वों से भरपूर होती है। यह शमी के पौधे की जड़ों को ताकत देती है और पत्तियों को घना और हरा बनाए रखने में मदद करती है।
खाद देने का सही तरीका:
- सबसे पहले शमी के पौधे की मिट्टी को हल्का सा खोदकर गुड़ाई करें ताकि खाद आसानी से मिल सके।
- फिर उसमें एक मुट्ठी वर्मी कम्पोस्ट, एक चम्मच एप्सम सॉल्ट, और एक मुट्ठी सरसों की खली डालें।
- इसके बाद मिट्टी को वापस समतल करें और अच्छी तरह से पानी दें।
इस प्रक्रिया को महीने में एक बार दोहराने से शमी का पौधा हरा-भरा और स्वस्थ बना रहेगा और नई पत्तियां भी निकलेंगी।