प्रदेश में 2 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने इन 12 जिलों में जारी की चेतावनी

मध्य प्रदेश में मानसून ट्रफ के असर से लगातार मूसलधार बारिश जारी है, जहां अगले दो दिन उत्तर और पूर्वी हिस्सों के 12 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।

Abhishek Singh
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मध्य प्रदेश में मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी है। बुधवार को प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई, जबकि गुरुवार के लिए मौसम विभाग ने राज्य के उत्तरी हिस्सों के 12 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान जिन जिलों में भारी बारिश की संभावना है, उनमें ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और सतना शामिल हैं। इन क्षेत्रों में करीब 4 इंच तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।

अगले 2 दिन भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विशेषज्ञ अरुण शर्मा के अनुसार, वर्तमान में प्रदेश से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है, जिसके चलते राज्य के उत्तरी हिस्सों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना है।

बताया गया है कि इस मानसून सीजन में अब तक मध्य प्रदेश में औसतन 18.5 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि इस समय तक केवल 11 इंच वर्षा अपेक्षित थी। इस लिहाज से प्रदेश में सामान्य से करीब 7.5 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। गौर करने वाली बात यह है कि इस बार मानसून पूर्वी हिस्सों पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहा है।

जबलपुर-ग्वालियर में मानसून की दस्तक

बुधवार को जबलपुर और ग्वालियर में महज 9 घंटे में करीब 1.1 इंच बारिश दर्ज की गई। राज्य के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में 1 इंच, मंडला में लगभग तीन-चौथाई (0.75) इंच और दतिया में आधा इंच से ज्यादा पानी बरसा।

इसी तरह रतलाम, उज्जैन, दमोह, खजुराहो (छतरपुर), रीवा, सीधी, बालाघाट, शहडोल, शिवपुरी, डिंडौरी, मऊगंज, बैतूल और आलीराजपुर सहित कई अन्य जिलों में भी रुक-रुक कर बारिश होती रही।

भोपाल में शाम होते ही मौसम ने करवट ली और रात को हल्की बारिश दर्ज की गई। आलीराजपुर में लगातार हो रही बारिश के चलते उर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। शहडोल जिले के बाणसागर डैम के 8 गेट खोलने पड़े, जबकि बैतूल के सारणी इलाके में सतपुड़ा बांध के 5 गेट दो-दो फीट तक खोल दिए गए।

बांधों में बढ़ा जलस्तर

मध्यप्रदेश में पिछले एक महीने से हो रही मूसलधार बारिश के कारण प्रदेशभर के बांधों में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। जोहिला, बरगी, बाणसागर और सतपुड़ा जैसे कई प्रमुख डैम अब अपनी अधिकतम सीमा के करीब पहुंच गए हैं और कुछ में पानी ओवरफ्लो भी हो रहा है।

जुलाई माह में सामान्य से कई गुना ज्यादा जलभराव दर्ज किया गया है, जिस कारण कई डैमों के गेट खोलने पड़े हैं। बरना, गांधीसागर, गोपीकृष्ण, इंदिरा सागर, केरवा, कलियासोत, कोलार, कुंडालिया, कुशलपुरा, मोहनपुरा, ओंकारेश्वर, राजघाट, बरगी, संजय सागर, तवा, टिल्लर, तिघरा और पेंच सहित कुल 54 जलाशयों में जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

भोपाल का बड़ा तालाब भी लगातार हो रही बारिश से तेजी से भर रहा है। तालाब में जब 6.5 फीट पानी और आ जाएगा, तो वह ओवरफ्लो करने लगेगा और इसके बाद भदभदा डैम के गेट खोलने की आवश्यकता पड़ेगी।