इंदौर : शहर के सुपरिचित पर्यावरण प्रहरी डाक्टर गुणवंत जोशी का कोरोना से निधन हो गया। इंदौर के वायु प्रदूषण नियंत्रण की कार्य योजना, दाल मिलों से होने वाले प्रदूषण के नियंत्रण हेतु सार्थक प्रयास,ध्वनि प्रदूषण पर चिंता, शहर में आने वाली एक रहस्यमय बदबू के नियंत्रण का प्रयास और दशहरा मैदान की हरियाली को बचाने के प्रयासों के लिए प्रसिद्ध रहे डॉक्टर गुणवंत जोशी इन्दौर शहर की एक अमूल्य निधि थे।
मध्य प्रदेश प्रदूषण निवारण मंडल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पद से सेवानिवृत्त होकर डॉक्टर जोशी इंदौर में ही बस गए थे। वे अभ्यास मंडल, सीईपीआरडी, सीआईआई और सेवा सुरभि सहित पर्यावरण पर काम कर रही कई संस्थाओं से सक्रिय रुप से जुड़े हुए थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से वे अपनी शैशवावस्था से ही जुड़ गये थे व आजन्म एक निष्ठवान व नियमित स्वयंसेवक रहे।उन्हें जानने वाले अधिकांश स्वयंसेवक उन्हें ‘राजू दादा’ कहकर ही पुकारा करते थे।
संघ से प्राप्त संस्कारों के कारण प्रखर अनुशासित व्यक्तित्व के धनी डॉक्टर गुणवंत जोशी, मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वर्गीय हरिभाऊ जोशी के पुत्र व विश्व विख्यात पुरातत्व वेत्ता पद्मश्री डॉक्टर विष्णु श्रीधर वाकणकर के भांजे थे। वे अपने पीछे पत्नी वह एक पुत्री सहित मित्रों का बहुत बड़ा परिवार छोड़ गये हैं।उनका निधन इन्दौर ही नहीं सारे मध्यप्रदेश के लिये एक बड़ी क्षति है।