पश्चिम बंगाल में नबन्ना छात्र प्रदर्शन के बाद बीजेपी ने कल कोलकाता बंद का एलान किया है। वहीं ममता सरकार एक्शन का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने कहा, सरकार बुधवार को किसी भी बंद की अनुमति नहीं देगी. हम लोगों से इसमें भाग नहीं लेने का आग्रह करते ह। जिसके बाद कल सरकार और बीजेपी के बीच गतिरोध देखने को मिल सकती है।
साथ ही राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी करके अपने सभी कर्मचारियों से बंगाल बंद में शामिल नहीं होने की अपील की. इस बीच पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम ने महिला ट्रेनी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए 28 अगस्त को कोलकाता में एक बड़ी रैली की घोषणा की है।
सरकार का अल्टीमेटम
राज्यसरकार के आदेश के अनुसार किसी कर्मचारी को कोई आकस्मिक अवकाश नहीं दिया जाएगा. न ही पूरे दिन के लिए किसी की छुट्टी स्वीकार की जाएगी. आदेश में कहा गया जो कर्मचारी 27 अगस्त, 2024 को छुट्टी पर थे, उन्हें 28 अगस्त, 2024 को ड्यूटी पर रिपोर्ट करना होगा. साथ ही अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि 28 अगस्त को कर्मचारियों की अनुपस्थिति को डाइस-नॉन (जानबूझकर की गई छुट्टी) माना जाएगा और उस दिन का वेतन कटेगा जब तक कि ऐसी अनुपस्थिति निम्नलिखित आधारों से कवर न हो।
गौरतलब है कि भाजपा ने इस महीने की शुरुआत में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मुद्दे पर सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की भी मांग की। बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, हम आम हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर हैं क्योंकि यह निरंकुश शासन लोगों की आवाज, मृत डॉक्टर बहन के लिए न्याय की मांग को अनसुना कर रहा है. उन्होंने कहा न्याय के बजाय, ममता की पुलिस राज्य के शांतिप्रिय लोगों पर हमला कर रही है।