भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा बजट (MP Budget) सत्र का आज दूसरा दिन है। 1 मार्च को मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार अपना बजट पेश करने जा रही है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने आज विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। विधानसभा के पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा, आर्थिक सर्वेक्षण में जो तथ्य आए हैं, वो सिद्ध करते हैं कि MP की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि, साल 2002 में मध्यप्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 71,594 करोड़ से बढ़कर 13,22,000 करोड़ हो गया है। उन्होंने आगे बताया कि, कैपिटा इनकम साल 2002 में 11,718 रुपए थी। जो अब बढ़कर 1,40,500 रुपए हो गई है। मध्यप्रदेश सरकार के बजट का आकार भी तेजी से बढ़ रहा है। 2001 में मध्यप्रदेश का बजट महज 16,393 करोड़ रुपये का था, जो 2023 में बढ़कर 2,47,715 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह वृद्धि 15 गुना है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एमपी की विकास दर में 16.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहतर है। हमारे ऊपर यह आरोप लगाया जाता है कि सरकार काफी ऋण ले रही है लेकिन यह राज्य के सकल घरेलू उत्पाद के अनुपात में 29% है जो 2005 में 39% था। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार 2018-19 से 2021-22 के बीच राज्य का राजस्व 7.94 प्रतिवर्ष सीएजीआर से बढ़ा है।
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जानकारी के मुताबिक, अब राज्यपाल के कल हुए अभिभाषण पर भी चर्चा हो रही है। कांग्रेस आज के सत्र में बीजेपी सरकार को घेरने की तैयारी में है। सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। सत्र के पहले दिन यांनी कल कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी विधानसभा में हल लेकर पहुंचे थे।